इससे पहले बीजेपी IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए कहा था कि “अब दिल्ली का मेयर चुनने की बारी…यह सब इस बात पर निर्भर करेगा कि कौन करीबी मुकाबले में नंबर पकड़ सकता है, मनोनीत पार्षद किस तरह से मतदान करते हैं।” इसके साथ ही उन्होंने चंडीगढ़ के भाजपा मेयर का भी जिक्र किया। इसके बाद एक और ट्वीट करते हुए अमित मालवीय ने कहा है कि आम आदमी पार्टी ने ऐलान किया है कि एक महिला ही दिल्ली की मेयर बनेगी, जिसके बाद उन्होंने दिल्ली नगर निगम एक्ट के बारे में बताया।
दिल्ली नगर निगम एक्ट के मुताबिक पांच साल के इस कार्यकाल में कोई भी पार्षद मेयर नहीं बन सकता है। इसके लिए आरक्षण नियम का पालन करना होगा, जिसमें पहले साल महिला पार्षद ही मेयर बन सकेगी। इसके बाद अनुसूचित जाति का कोई पार्षद ही मेयर बनने के लिए अपनी दावेदारी रख सकता है। वहीं फिर अगले तीस साल के लिए मेयर पद अनारक्षित होंगे, जिसमें कोई भी पार्षद मेयर बन सकता है।