
Giridih Violence: झारखंड के गिरिडीह में होली के दिन दो पक्षों के बीच झड़प हुई थी। इसके बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई। घटना पर पुलिस की कार्रवाई को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी हो गया है। बीजेपी ने इस घटना को प्रदेश सरकार और प्रशासन पर नाकामी बताया है वहीं झामुमो ने बीजेपी पर हिंदू मुस्लिम विभेदकारी रणनीति करने का आरोप लगाया है। इसी बीच अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस घटना को लेकर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने गिरिडीह हिंसा को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि जैसे पुलिस ने तय कर लिया था कि उन्हें हिंसा करनी है। होली पर हिंदू हथियार लेकर नहीं घूमते, उनके पास रंग होता है।
उन्होंने कहा कि घोड़थंबा पुलिस इंस्पेक्टर ने जिस तरह से सड़क पर गाड़ी खड़ी करके लोगों को रोका, उसने हिंसा भड़काई, उसके बाद हिंसा शुरू हुई और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। पुलिस ने उन लोगों पर हमला किया जो पहले से ही पेट्रोल बम और हिंसा का सामना कर रहे थे।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि रात दो बजे पुलिस ने उन लोगों को गिरफ्तार किया है, जो वहां मौजूद नहीं थे। उन्होंने निर्दोष लोगों को तुरंत रिहा करने और सीओ को हटाने की मांग की। बीजेपी नेता ने कहा कि जरूरत पड़ने पर धोड़थंबा या गिरिडीह ही नहीं बल्कि पूरे झारखंड में आंदोलन होगा।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने इससे पहले हिंसा को लेकर दर्ज एफआईआर पर भी सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि FIR में जिस घटना को बताया गया है उससे ऐसा प्रतीत होता है कि झामुमो और कांग्रेस के शासन में हिंदुओं ने होली मनाकर कोई अपराध कर दिया है।
गिरिडीह हिंसा को लेकर झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि जब से झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार आई है, कोई भी हिंदू त्योहार बिना हिंसक घटना के पूरा नहीं हो रहा है। यह वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति की पराकाष्ठा है।
Updated on:
18 Mar 2025 09:56 am
Published on:
18 Mar 2025 09:54 am
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