
Chandrayaan-3 Mission Soft-landing LIVE
Chandrayaan-3 Landing ISRO india Mission: भारत के मून मिशन यानी चंद्रयान-3 आज शाम को चंद्रमा की सतह पर लैंड करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। ऐसा होने पर भारत एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बनकर इतिहास रच देगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार अब तक सबस तय हिसाब से हो रहा है। किसी भी प्रकार की कोई बाधा नहीं आई है। लैंडर को सही समय, सही ऊंचाई और सही मात्रा में ईंधन का इस्तेमाल करते हुए लैंडिंग करनी होगी। चांद की सतह के करीब आते ही चंद्रयान-3 की स्पीड स्लो होती चली जाएगी।
चंद्रयान-3 की लैंडिंग का मिनट टू मिनट प्रोसेस
- चंद्रयान-3 के लिए आखिरी 17 मिनट काफी अहम बताए जा रहे है। विक्रम लैंडर 25 किलोमीटर की ऊंचाई से चांद पर उतरने जा रहा है। इस समय इसकी स्पीड 1.7 किलोमीटर प्रति सेकंड होगी।
- करीब 7.4 किमी की ऊंचाई पर पहुंचने तक इसकी स्पीड 358 मीटर प्रति सेकेंड रहेगी। इसके बाद 6.8 किमी अगला पड़ाव होगा।
- इस पड़ाव पर गति कम करके 336 मीटर प्रति सेकेंड हो जाएगी। अगला पड़ाव 800 मीटर का होगा।
- 800 मीटर की लेवर पर लैंडर के सेंसर्स चांद की सतह पर लेजर किरणें डालकर लैंडिंग के लिए सही जगह का चयन करेगा।
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- इसके बाद 800 से 150 मीटर की ऊंचाई के बीच लैंडर 60 मीटर प्रति सेकेंड की स्पीड पर रहेगा।
- 60 मीटर की ऊंचाई पर लैंडर 40 मीटर प्रति सेकेंड स्पीड पर रहेगा।
- इसके बाद 10 मीटर की ऊंचाई पर लैंडर की स्पीड 10 मीटर प्रति सेकेंड हो जाएगी।
- चंद्रमा की सतह पर उतरते समय यानी सॉफ्ट लैंडिंग के लिए लैंडर की स्पीड 1.68 मीटर प्रति सेकेंड रहेगी।
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Published on:
23 Aug 2023 11:32 am
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