
अमित शाह और मल्लिकार्जुन खरगे के बीच हुई बहस (Photo-IANS)
Parliament Winter Session: मंगलवार को राज्यसभा में वंदे मातरम पर विशेष चर्चा हुई। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बीच बहस देखने को मिली। दरअसल, शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने वंदे मातरम के दो टुकड़े किए, जिसके कारण बाद में विभाजन हुआ। उनके इस बयान का खरगे ने विरोध किया और कुछ कहने लगे।
इसके बाद मल्लिकार्जुन खरगे लगातार कुछ बोल रहे थे, तो शाह ने कहा, 'खरगे साहब, आपका भी नंबर आएगा।' उन्होंने कहा कि आप अपने समय पर बोलें न। इसके बाद सभापति ने कहा कि खरगे जी, आपको मौका मिलेगा, फिलहाल गृह मंत्री को बोलने दें।
सभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि वंदे मातरम को तोड़कर तुष्टिकरण की नीति शुरू हुई। अगर ऐसा नहीं होता, तो देश का विभाजन नहीं होता। इस दौरान गृह मंत्री ने आपातकाल का जिक्र कर कांग्रेस पर निशाना साधा। इस पर विपक्षी नेताओं ने हंगामा किया और शाह के भाषण पर आपत्ति जताई। शाह ने कहा, 'जो लोग वंदे मातरम गाना चाहते थे उन्हें इंदिरा गांधी ने जेल में डाल दिया था।'
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने चर्चा के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे देश की आजादी के लिए जान देने वालों और जेल में रहने वाले महापुरुषों का अपमान कर रहे हैं। 'आप संविधान को मानने वाले नहीं हैं। हमसे कहते हैं कि आपने क्या किया?'
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी जवाहरलाल नेहरू का अपमान करने का कोई मौका नहीं छोड़ते, और गृह मंत्री अमित शाह भी यही करते हैं।"
सदन में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी का भाषण सुना। उन्होंने नेहरू पर आरोप लगाते हुए कहा- 1937 में नेहरू के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने मूल 'वंदे मातरम' गीत से महत्वपूर्ण पद हटा दिए थे। आज BJP के लोग ऐसी बातें कर रहे हैं। लेकिन जब BJP के पुरखे श्यामा प्रसाद मुखर्जी, मुस्लिम लीग के साथ बंगाल में सरकार चला रहे थे, तब आपकी देशभक्ति कहां थी? BJP को अपना इतिहास पढ़ना चाहिए।
Published on:
09 Dec 2025 03:20 pm
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