सोरेन ने अपने आधिकारिक आवास पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके पिता और झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के साथ इस संबंध में चर्चा करने के बाद माजी के नाम पर मुहर लगाई है।
वहीं, इस घोषणा पर झारखंड कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि घोषणा सोनिया गांधी और हेमंत सोरेन के बीच दिल्ली में हुई बातचीत के अनुरूप नहीं थी। राजेश ठाकुर ने कहा कि पार्टी के झारखंड प्रभारी कल आएंगे और तभी इसपर पार्टी का स्टैंड पता चलेगा।
वहीं, इस घोषणा पर झारखंड कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि घोषणा सोनिया गांधी और हेमंत सोरेन के बीच दिल्ली में हुई बातचीत के अनुरूप नहीं थी। राजेश ठाकुर ने कहा कि पार्टी के झारखंड प्रभारी कल आएंगे और तभी इसपर पार्टी का स्टैंड पता चलेगा।
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राजेश ठाकुर ने कहा, "ये झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) का फैसला है। हमने अपने पार्टी आलाकमान को इससे अवगत कराया है। हमारे झारखंड प्रभारी कल आएंगे और फिर हम बताएंगे कि हमारा स्टैंड क्या है और हम क्या करेंगे।"उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि आज जो फैसला लिया गया है और दिल्ली में जो बातचीत हुई है उसमें विरोधाभास है।"
बता दें कि रविवार को हेमंत सोरेन ने संकेत दिया था कि उनकी पार्टी और कांग्रेस ने राज्य में एक राज्यसभा सीट पर अपने मतभेदों को सुलझा लिया है । झारखंड के मुख्यमंत्री ने कहा था कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष के साथ इसपर महत्वपूर्ण चर्चा की । उन्होंने कहा था, "इस बात पर दोनों पार्टी की आम सहमति है कि गठबंधन के पास राज्यसभा सीट के लिए एक उम्मीदवार होगा।" हालांकि, दोनों पार्टियों के बयान से स्पष्ट है कि झारखंड की सत्तारूढ़ सहयोगी पार्टियों में सबकुछ ठीक नहीं है।
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