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ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तट से टकरा सकता है ‘असानी’ चक्रवात, बिहार-झारखंड वालों को भी रहना होगा अलर्ट

locationनई दिल्लीPublished: May 07, 2022 12:12:08 pm

Submitted by:

Archana Keshri

दक्षिणी अंडमान सागर के ऊपर शुक्रवार को निम्न दाब का क्षेत्र बनने से नए चक्रवाती तूफान ‘असानी’ आने के आसार हैं। मौसम विभाग के मुताबिक ये तूफान जल्द ही ओडिशा-पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के समुद्र तट से टकरा सकता है। जिसका प्रभाव बिहार-झारखंड पर भी पड़ेगा।

ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तट से टकरा सकता है 'असानी' चक्रवात, बिहार-झारखंड वालों को भी रहना होगा अलर्ट

ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तट से टकरा सकता है ‘असानी’ चक्रवात, बिहार-झारखंड वालों को भी रहना होगा अलर्ट

मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिण-पूर्वी खाड़ी बंगाल की खाड़ी पर 6 मई से दबाव का क्षेत्र बन गया है। जिससे बंगाल के खाड़ी के ऊपर एक नया चक्रवाती तूफान ‘असानी’ धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है। इस तूफान का असर पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों के अलावा बिहार और झारखंड में भी दिखाई देगा।
बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान असानी अब धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक ये तूफान जल्द ही ओडिशा-पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के समुद्र तट से टकरा सकता है। इसके लिए ओडिशा के 18 जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जाहिर है कि असानी का प्रभाव बिहार-झारखंड पर भी पड़ेगा। 10 मई से बिहार में मौसम बदल जाएगा। इसके लिए मौसम विज्ञानी लगातार तूफान पर नजर बनाए हुए हैं।
इस नए चक्रवाती तूफान की होने जा रही एंट्री ने देश का मौसम बदल दिया है। तो वहीं दक्षिण अंडमान सागर और इसके आसपास के इलाके में बन रहे तूफान का असर दिखाई देने लगा है। इस नए चक्रवाती तूफान ‘असानी’ को श्रीलंका ने नाम दिया है, जिसका मतलब ‘प्रकोप’ होता है। यह तीसरा साल होगा, जब भारत के समुद्री इलाकों में तूफान आएगा।
इससे पहले 2020 में ‘अम्फान’ तूफान ने पश्चिम बंगाल और फिर 2021 में ‘यास’ तूफान ने ओडिशा को प्रभावित किया था। इस बार असानी तूफान भी ओडिशा के स्थल भाग से ही टकरा सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, इसके असर से ओडिशा सहित कई राज्यों में भारी बारिश हो सकती है।

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ओडिशा सरकार ने तूफान की स्थितियों से निपटने NDRF की 17, ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फोर्स (ODRAF) 20 और फायर सर्विस की 175 टीमों को तैयार रहने को कहा है। IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि 8 मई तक साइक्लोन बंगाल की खाड़ी में प्रवेश करेगा। इसके बाद इसकी रफ्तार 75 किमी प्रति घंटे हो सकती है।
इस तूफान के असर से सिक्किम, असम, मेघालय, नगालैंड, मिजोरम, उत्तर-पूर्व के राज्यों में भी तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है। तो वहीं अगले 4 घंटों में इसके असर से कर्नाटक के दक्षिणी हिस्से, केरल, तमिलनाडु और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश की आशंका है।

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