
चीफ जस्टिस सूर्यकांत। (फोटो- विकिपीडिया/पत्रिका.कॉम)
दिल्ली में हवा की क्वालिटी लगातार खराब होती जा रही है। रविवार को देश की राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 461 तक पहुंच गया, जो इस सर्दी में शहर का सबसे प्रदूषित दिन रहा।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि सप्ताहांत में यह 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच सकता है। इस बीच, खराब हवाओं को देखते हुए भारत के चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
सीजेआई ने वकीलों को मौजूदा मौसम को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में लिस्टेड मामलों में वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हाइब्रिड मोड में पेश होने की सलाह दी है। रविवार को सुप्रीम कोर्ट एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से एक सर्कुलर जारी किया गया।
सर्कुलर में कहा गया कि मौसम को देखते हुए भारत के चीफ जस्टिस ने सलाह दी है कि अगर सुविधा हो तो बार के सदस्य/पार्टी कोर्ट में लिस्टेड अपने मामलों में वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा के जरिए हाइब्रिड मोड में पेश हो सकते हैं।
दिल्ली में सोमवार सुबह 8 बजे तक एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 452 रहा। इसको लेकर राजधानी में रहने वालों ने सांस लेने में दिक्कत की शिकायत की। साथ ही सभी से खराब एयर क्वालिटी की जानकारी अधिकारियों को देने की अपील की।
एक शख्स ने एएनआई को बताया- दिल्ली की हालत खराब है। हमें सांस लेने में दिक्कत हो रही है। बुजुर्ग परेशान हैं। वह बीमार पड़ रहे हैं। कंस्ट्रक्शन का काम नहीं रुका है। लोग परेशान हैं। लोगों से पूछने वाला कोई नहीं है। मैं सभी से रिक्वेस्ट करता हूं कि इस मामले की शिकायत करें। अधिकारियों को दिल्ली की हालत के बारे में बताएं।
एक अन्य लोकल शख्स हरमिंदर ने कहा कि बहुत ज्यादा रिस्क है क्योंकि घने कोहरे के कारण कभी भी एक्सीडेंट हो सकता है। हरमिंदर ने कहा- हम सांस नहीं ले पा रहे हैं।
साइकिल चलाने वाले इशान शोम ने भी ऐसी ही बातें कहीं और कोहरे की वजह से शहर में विजिबिलिटी कम होने पर चिंता जताई।
उन्होंने कहा- आज दिल्ली में विजिबिलिटी कम है। हमें कारें नहीं दिख रही हैं। केवल स्ट्रीट लाइट दिख रही हैं। हमें कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है।
Published on:
15 Dec 2025 11:37 am
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