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Delhi Election: देखिए कैसे कांग्रेस को “खा” गई आप, बीजेपी को नहीं कर पाई ज्यादा डैमेज

Delhi Election 2025: 1993 से दिल्ली विधानसभा चुनावों के वोट प्रतिशत की तुलना करें तो पता चलता है कि आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के तत्कालीन वोट प्रतिशत को अपनी तरफ कर लिया है।

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Delhi Election 2025

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Delhi Election: दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को नतीजे घोषित होंगे। दिल्ली चुनाव (Delhi Assembly Election) को लेकर जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, राजनीतिक पार्टियों द्वारा तैयारी भी तेज हो गई है। इस बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला नजर आ रहा है। वहीं दिल्ली में पिछले 6 विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। दिल्ली में बीजेपी ने आखिरी बार 1993 में विधानसभा चुनाव जीता था। उस समय मदनलाल खुराना को सीएम बनाया था। वहीं पिछले 6 विधानसभा चुनावों में बीजेपी को तीन बार कांग्रेस से और तीन बार आम आदमी पार्टी से हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी को भले ही विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा हो लेकिन पिछले तीन लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सीटें जीती है। वहीं पिछले दो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का खाता नहीं खुला था। लेकिन इस बार कांग्रेस अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन दोबारा हासिल करने की कोशिश में है।

Congress का वोट बैंक AAP को हुआ ट्रांसफर

साल 2013 में अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। लेकिन यह सरकार महज 49 दिन ही चल पाई थी। इसके बाद 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने रिकॉर्ड तोड़ सीटें जीतने का काम किया। इस चुनाव में आप पार्टी ने 67 सीटों पर जीत हासिल की और बीजेपी को महज तीन सीटें ही मिली। वहीं कांग्रेस का इस चुनाव में खाता भी नहीं खुला था। वहीं 2015 के चुनाव में बीजेपी की सीट हिस्सेदारी कम हुई हो लेकिन 2015 से 2020 तक बीजेपी ने अपना वोट प्रतिशत 30 या उससे अधिक बनाए रखा। लेकिन कांग्रेस के साथ ऐसा नहीं था और 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का वोट प्रतिशत 4.3 प्रतिशत पर आ गया। 1993 से दिल्ली विधानसभा चुनावों के वोट प्रतिशत की तुलना करें तो पता चलता है कि आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के तत्कालीन वोट प्रतिशत को अपनी तरफ कर लिया है। इसमें कुछ गैर कांग्रेसी, दिल्ली में आप पार्टी और लोकसभा में बीजेपी को पसंद करने वाले लोगों का भी एक बहुत बड़ा हिस्सा हासिल किया है।

2014 के लोकसभा चुनाव में पहली बार आमने-सामने थी कांग्रेस, BJP और AAP

साल 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस, बीजेपी और आप पहली बार मैदान में थे। इस चुनाव में बीजेपी को दिल्ली की सभी सीटों पर जीत मिली थी। इसके अलावा 2019 और 2024 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने दिल्ली की सभी सीटें जीती थी। वहीं दिल्ली में कांग्रेस आप के पीछे वोट शेयर के मामले में तीसरे स्थान पर खिसक गई। 2019 में वोट प्रतिशत के मामले में कांग्रेस दूसरे नंबर पर थी, जो आप पार्टी को 18.1 प्रतिशत वोट मिले थे जबकि कांग्रेस को 22.5 प्रतिशत वोट मिले थे। इसके अलावा बीजेपी को 56.6 प्रतिशत वोट मिले थे। 2024 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने दिल्ली में गठबंधन किया था। इस लोकसभा चुनाव में आप और कांग्रेस के वोट प्रतिशत में 2019 की तुलाना में वृद्धि देखी गई।

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2025 विधानसभा चुनाव में अलग-अलग लड़ रही AAP और कांग्रेस

दरअसल, पिछले साल हरियाणा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन होने की खबरें सामने आई थी। लेकिन दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर सहमति नहीं बन पाई थी। इसके बाद कांग्रेस ने अलग होकर ही विधानसभा चुनाव लड़ा और कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। अब दिल्ली में भी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ रही है। यदि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में कांग्रेस और आप गठबंधन कर चुनाव लड़ती को वोट प्रतिशत और बढ़ने की उम्मीद की जा सकती थी। अरविंद केजरीवाल ने अमित शाह पर साधा निशाना, देखें वीडियो...