बता दें कि शरथ रेड्डी दिल्ली शराब नीति घोटाला केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में आरोपी थे, जिसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर रही है। बाद में शरथ सरकारी गवाह बन गए थे। सीबीआई ने इस मामले में रेड्डी के खिलाफ अभी तक आरोप पत्र दायर नहीं किया है। आप सरकार द्वारा लायी गयी दिल्ली शराब घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है।
सीबीआई ने क्या आरोप लगाया
सीबीआई ने कोर्ट में कहा, “के कविता ने शरत चंद्र रेड्डी से कहा था कि शराब कारोबार करने के लिए आम आदमी पार्टी को हर एक रिटेल जोन के लिए पांच-पांच करोड़ रुपये का भुगतान करना है। इतना ही भुगतान उनके साथियों अरुण आर पिल्लई और अभिषेक बोइनपल्ली को करना है, जो बदले में विजय नायर से कोऑर्डिनेट करेंगे, जो कि अरविंद केजरीवाल का प्रतिनिधि था।”
5 अप्रैल तक सीबीआई हिरासत में
दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को के. कविता को तीन दिन के लिए 15 अप्रैल तक सीबीआई हिरासत में भेज दिया। राउज़ एवेन्यू कोर्ट की जज कावेरी बावेजा ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद आदेश सुनाया था। सीबीआई ने कविता को गुरुवार को तिहाड़ जेल से गिरफ्तार किया था और शुक्रवार को पांच दिन की हिरासत मांगी, लेकिन अदालत ने तीन दिन की ही हिरासत मंजूर की।
सीबीआई ने कहा कि जांच से पता चला है कि दक्षिण भारत के एक शराब व्यापारी ने 2021-22 के उत्पाद शुल्क नीति के तहत समर्थन मांगने के लिए 16 मार्च, 2021 को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से दिल्ली सचिवालय में मुलाकात की थी। केजरीवाल ने कथित तौर पर समर्थन का आश्वासन दिया और कहा था कि आम आदमी पार्टी को फंडिंग के लिए कविता उनसे संपर्क करेंगी।
सीबीआई ने दावा किया है, ”कविता ने 19 मार्च को व्यापारी को फोन किया और 20 मार्च को हैदराबाद में उनसे मुलाकात की, जहां उन्होंने शराब नीति पर केजरीवाल की टीम के साथ संपर्क का हवाला दिया।”