
ED seized 5.85 crores by raiding in Bangalore, money was being collected from youth through mobile app
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार यानी आज बेंगलुरू में छापेमारी करके धोखाधड़ी में शामिल कंपनियों के बारे में भंडाफोड़ किया है। ED ने यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग के 12 कंपनियों में की, जिसमें यह खुलासा हुआ है कि ये कंपनियां नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से ठगी करते थे, जिसके लिए 'कीपशेयरर' नाम का ऐप भी बना रखा था। ये कंपनियां व्हाट्सएप और टेलीग्राम के माध्यम से नोकरी दिलाने के लिए युवाओं मैसेज करते थे। इसके लिए ये कंपनियां कई ग्रुप्स व्हाट्सएप व टेलीग्राम में मैसेज करती थी।
जब भोले-भाले युवा इन कंपनियों के ऐड देखकर इसने संपर्क करते थे तो ये 'कीपशेयरर' नाम के मोबाइल ऐप को इंस्टॉल कराते थे। इसी ऐप के जरिए धोखाधड़ी व ठगी की जाती थी। इस ऐप में सबसे पहले रजिस्ट्रेशन के नाम पर पैसे वसूले जाते थे। इसके बाद मशहूर हस्तियों के वीडियो को लाइक करने और उसको अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्म में अपलोड करने का काम दिया जाता था। जब काम पूरा हो जाता था तो प्रति वीडियो 20 रुपए के हिसाब से पैसे देते थे।
इन्वेस्टमेंट के नाम पर भी ये कंपनियां कर रहे थे ठगी
प्राप्त जानकारी के अनुसार ये कंपनियां अपने ऐप में इन्वेस्टमेंट करने का भी ऑप्सन दे रखा था, जिसमें युवाओं को निवेश करने के लिए दबाव बनाया जाता था। इसके साथ ही और लोगों को इसके माध्यम से निवेश कराने के लिए कहा जाता था।
भारत में ठगी करके चीन भेजे जा रहे थे पैसे
ED के अनुसार ये कंपनिया भारत में ठगी करके इन पैसों को क्रिप्टोकुरेंसी में कन्वर्ट करते थे, जिसके बाद इसे क्रिप्टो एक्सचेंज के माध्यम से पैसों को चीन भेजा जाता था। ED ने बताया कि इन कंपनियों के पास से लगभग 5.85 करोड़ रुपए जब्त किए गए हैं। इसके साथ ही इस मामलें में 92 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिसमें 6 चीन के और कुछ ताइवान के नागरिक भी शामिल हैं। इस ठगी को चीन से नियंत्रित किया जा रहा था।
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Updated on:
03 Oct 2022 07:39 pm
Published on:
03 Oct 2022 07:34 pm
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