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JK: पाकिस्तान के पूर्व सैनिक बने आतंकी, जम्मू कश्मीर में फैलाएंगे दहशतगर्दी

Jammu & Kashmir : जम्मू कश्मीर में बढ़ती शांति में जहर घोलने के लिए आईएसआई ने अब पूर्व पाकिस्तानी सैनिकों को आतंकी बना दिया है।

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उत्तरी कमान के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी

Jammu & Kashmir : जम्मू कश्मीर में घटती आतंकी घटनाओं से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई पागल हो गई है। जम्मू कश्मीर में बढ़ती शांति में जहर घोलने के लिए आईएसआई ने अब पूर्व पाकिस्तानी सैनिकों को आतंकी बना दिया है। पाकिस्तान से आए इन आतंकियों की दाल गल नहीं रही है तो इन्होंने जम्मू क्षेत्र में आतंकी गतिविधियां बढ़ा दी हैं। फिर चाहे वह राजौरी हो या पूंछ। कठुआ हो या फिर किश्तवाड़।

राजौरी मुठभेड़ के बलिदानियों को पुष्पांजलि अर्पित करने पहुंचे उत्तरी कमान के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने शुक्रवार को बहुत ही स्पष्ट कहा सीमा पार से भारत में आए कुछ आतंकवादी सेवानिवृत्त पाकिस्तानी सैनिक भी हैं। हमें स्थानीय स्रोतों से इनके कुछ आतंकी ठिकानों के बारे में जानकारी मिली है। पिछले साल इसी इलाके में दस नागरिकों की जान आतंकी घटनाओं में गई है। इसमें ढांगरी हमला भी शामिल है।

राजौरी मुठभेड़ दो खूंखार पाकिस्तानी आतंकियों के मारे जाने के बाद लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने कहा कि इससे पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है। इससे आतंक का पाकिस्तानी पारिस्थितिकी तंत्र गड़बड़ा गया है। यह दोनों ही आतंकी ढांगरी, कंडी और राजौरी में निर्दोष नागरिकों की हत्या में शामिल थे। इनका खात्मा ऑपरेशन में शामिल संयुक्त बल की प्राथमिकता थी। राजौरी मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर और खतरनाक स्नाइपर 'कारी' समेत दो को मार गिराया है।

उन्होंने कहा कि एक आंकलन के मुताबिक अभी भी राजौरी और पुंछ में अभी भी 20 से 25 सक्रिय आतंकियों के होने की सूचना है। राजौर और पुंछ राजमार्ग देश के बाकी हिस्सों से जुड़ा हुआ है ऐसे में यहां अधिक आतंकियों के छिपे होने की संभावना बहुत ज्यादा है।

उत्तरी कमान के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने राजौरी मुठभेड़ के शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद कहा कि भारतीय सेना ने इस मुठभेड़ में अपने पांच बहादुर सैनिकों को खो दिया लेकिन दो खूंखार आतंकियों को भी मार गिराया है। हमारे जवानों ने अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा की परवाह किए बिना देश की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। ये आतंकी बेहद खूंखार थे और उन्होंने पाकिस्तान, अफगानिस्तान सहित कई आतंकी गतिविधियों वाले देशों में प्रशिक्षण ले रखा था। यही कारण है कि हमें उन्हें खत्म करने में कुछ समय लगा। भारतीय सेना ने बताया है कि मुठभेड़ स्थल से बड़ी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं।