
फैंसी रजिस्ट्रेशन नंबर के दीवानों की वजह से नोएडा ने कमाए 6 करोड़ और गाजियाबाद ने 1.5 करोड़ रुपए
वाहन चालकों में फैंसी रजिस्ट्रेशन नंबर का बड़ा क्रेज है। फैंसी रजिस्ट्रेशन नंबर के लिए वाहन चालक कोई कीमत चुकाने को तैयार हैं। इस वजह से नोएडा परिवहन विभाग के बल्ले बल्ले हैं। फैंसी रजिस्ट्रेशन नंबर से नोएडा परिवहन विभाग खूब कमाई कर रहा है। नोएडा परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2022 से मध्य नवंबर 2022 तक नोएडा परिवहन विभाग ने 2,886 फैंसी रजिस्ट्रेशन नंबर बेचे। जिनसे नोएडा परिवहन विभाग के खजाने में 6 करोड़ रुपए जमा हुए हैं। फैंसी रजिस्ट्रेशन नंबर बेचने में गाजियाबाद भी पीछे नहीं है। गाजियाबाद परिवहन विभाग ने इस अवधि में 993 फैंसी रजिस्ट्रेशन नंबर बेच कर और 1.51 करोड़ रुपए राजस्व एकत्र किए हैं।
नोएडा परिवहन विभाग को हुआ 6 करोड़ रुपए का फायदा
नोएडा के सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) सियाराम वर्मा ने बताया कि, फैंसी नंबर www.parivahan.gov.in पर पंजीकृत हैं। यह नंबर 'नीलामी' और 'पहले आओ, पहले पाओ' प्रक्रिया के माध्यम से उपभोक्ताओं को उपलब्ध हैं। हमने नीलामी के माध्यम से 1451 नंबर बेचे और बाकी पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर बेचे। इससे नोएडा परिवहन विभाग को 6 करोड़ रुपए का फायदा हुआ।
एक नम्बर की नीलामी 7.16 लाख रुपए पर हुई
सियाराम वर्मा ने एक रोचक जानकारी देते हुए बताया कि, नोएडा में एक फैंसी नंबर (यू डीएफ 0001) ऐसा था, जिसके लिए उपभोक्ताओं के बीच बोली के लिए मुकाबला हो गया। और अंत में सबसे अधिक 7.16 लाख रुपए की बोली पर मामला छूटा। वैसे तो नम्बर पहले आओ पहले पाओ के आधार पर नंबर मिल जाता है। पर यदि एक ही नम्बर कई लोग बुक कर देते हैं तो फिर नीलामी की जाती है।
नोएडा में इस वक्त U-DM श्रृंखला
वर्तमान में, नोएडा U—DM श्रृंखला के नंबर आवंटित कर रहा है। जिसके बाद चार अंक संख्याएं हैं। फैंसी नंबरों को चार श्रेणियों में बांटा गया है। और उनका बेस प्राइस 3,000 रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक है।
नोएडा में 8 लाख, गाजियाबाद में 10 लाख वाहन पंजीकृत
नोएडा और गाजियाबाद परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, नोएडा में लगभग 8 लाख पंजीकृत वाहन हैं। और गाजियाबाद में 10 लाख हैं।
Updated on:
26 Nov 2022 12:31 pm
Published on:
26 Nov 2022 12:30 pm
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