कर्नाटक में कांग्रेस की वापसी में अहम भूमिका निभाने वाले चुनाव रणनीतिकार सुनील कनुगोलू लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया में सबसे मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी केवल उन्हीं उम्मीदवारों का समर्थन करेंगे जिनके नाम सुनील कनुगोलू द्वारा तैयार की गई सूची में होंगे। राहुल गांधी के बेहद करीबी माने जाने वाले सुनील जनता की नब्ज बहुत जल्द समझने के लिए और उसी अनुसार योजना बनाने के लिए जाने जाते हैं।
10 साल से दिल्ली की सत्ता से बाहर देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को अस्तित्व बचाने के लिए लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करना जरूरी है। ऐसे में हिंदी पट्टी के राज्य जैसे, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, दिल्ली समेत कुछ अन्य राज्यों में पार्टी के दिग्गज नेताओं को लोकसभा चुनाव लड़ाया जा सकता है। पार्टी चीफ मल्लिकार्जुन खरगे व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अलग-अलग प्रदेश इकाइयों की बैठक में सभी वरिष्ठ नेताओं को चुनाव के लिए तैयार रहने के लिए कहा है। कुछ राष्ट्रीय महासचिव, सीडब्ल्यूसी सदस्य, पूर्व सीएम व प्रदेश अध्यक्षों को चुनाव लड़ने के लिए कहा जा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी की ओर से लोकसभा चुनाव में किसे टिकट मिले, किसे नहीं इस बात को लेकर मंथन हो गया है। भारत जोड़ो न्याय यात्रा में व्यस्त राहुल गांधी इस बार टिकट बंटवारे पर कोई समझौता नहीं करेंगे। जिसका नाम आलाकमान द्वारा तय किया जाएगा उसे सभी को मानना पड़ेगा। ऐसा फैसला इस लिए लेना पड़ा क्योंकि राजस्थान समेत कई राज्यों के कई बड़े नेताओं ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है।