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आचार संहिता हटते ही सरकार का बड़ा फैसला, पिछली सरकार के सताए ‘बुजुर्ग’ को 5 लाख रुपए और पेंशन का ऐलान

पिछली सरकार के सताए हुए बुजुर्ग को आंध्र सरकार ने 5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता और 10,000 रुपये मासिक पेंशन की घोषणा की है।

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ap government: आंध्र प्रदेश सरकार का फैसला (Photo Credit: Pixabay)

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने काकीनाडा की एक निवासी के लिए 5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता और 10,000 रुपये मासिक पेंशन की घोषणा की है, जिसे कथित तौर पर पूर्व वाईएस जगन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआरसीपी सरकार द्वारा उत्पीड़न का सामना करना पड़ा था।

महिला अरुधरा ने शुक्रवार को अपनी बेटी शैलक्ष्मी चंद्रा के साथ राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री से मुलाकात की। टीडीपी द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, उसने मुख्यमंत्री और टीडीपी नेता चंद्रबाबू को बताया कि कैसे उसे वाईएसआरसीपी सरकार द्वारा "उत्पीड़ित" किया गया था और उसकी बेटी रीढ़ की हड्डी की गंभीर समस्याओं से पीड़ित है।

महिला ने मुख्यमंत्री को स्थानीय वाईएसआरसीपी नेताओं द्वारा पैदा की गई "समस्याओं" के बारे में बताया जब उसने अपनी बेटी के चिकित्सा खर्चों को पूरा करने के लिए अपनी संपत्ति का निपटान करने की कोशिश की।

उन्होंने कहा कि अमलापुरम में अपनी जमीन बेचने के लिए उन्हें अदालत का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर होना पड़ा।

टीडीपी के एक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उनकी संपत्ति के संबंध में उनके द्वारा सामना किए जा रहे कानूनी मामलों में उनकी सहायता करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेगी।

टीडीपी के अनुसार, उन्होंने आरोप लगाया कि जब उन्होंने एक बार तत्कालीन मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के संज्ञान में मामला लाने की कोशिश की, तो उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी गई और इसके बजाय उनके खिलाफ "अवैध" मामले दर्ज किए गए, जिससे उन्हें मानसिक पीड़ा हुई और उन्हें मानसिक रूप से अस्वस्थ करार दिया गया।चंद्रबाबू नायडू ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी सरकार उनके साथ खड़ी रहेगी।