
देश में इस समय हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। पिछले लगभग दो महीने से टमाटर का दाम लगातार 200 से ऊपर है। लेकिन टमाटर के बाद अब प्याज भी जनता को रुलाने की तैयारी कर रहा है। लेकिन दाम बढ़ने से रोकने के लिए प्याज के दामों को कंट्रोल करने के लिए सरकार ने एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी है। अक्टूबर में नई फसल आने के बाद दाम कम हो सकते हैं।
प्याज के एक्सपोर्ट पर 31 दिसंबर तक सरकार ने लगया बैन
देश में प्याज की कीमतों को काबू में रखने के लिए केंद्र सरकार ने एक्सपोर्ट पर 31 दिसंबर तक 40% ड्यूटी लगा दी है। अभी तक इसके एक्सपोर्ट पर कोई टैक्स नहीं वसूला जाता था। सरकार इस कदम से देश में प्याज की अवेलेबिलिटी को बनाए रखना चाहती है और इससे कीमतें भी नियंत्रण में रहेंगी। वित्त मंत्रालय ने नोटिफिकेशन जारी कर इसकी जानकारी दी।
सरकार के पास फिलहाल 3 लाख टन स्टॉक
सरकार ने आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राइस स्टैबलाइजेशन फंड (PSF) के तहत 3 लाख टन प्याज का स्टॉक बनाए रखा है, ताकि कम सप्लाई वाले मौसम के दौरान बढ़ती कीमतों को रोका जा सके। इसके अलावा सरकार प्याज को ई-ऑक्शन, ई-कॉमर्स के साथ-साथ राज्यों के साथ मिलकर कंज्यूमर को-ऑपरेटिव रिटेल आउटलेट्स के जरिए मार्केट में उतार रही है।
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25 रुपए किलो प्याज बेचेगी सरकार
देश में प्याज की कीमतों को नियंत्रित रखने लिए सरकारी एजेंसियां जहां बड़े पैमाने पर प्याज की थोक खरीद कर रही हैं. वहीं सरकार ने अपने बफर स्टॉक से भी प्याज को मार्केट में रिलीज करना शुरू कर दिया है, ताकि प्याज की कीमतों को नियंत्रित रखा जा सके। वहीं नेफेड और एनसीसीएफ इसकी रिटेल बिक्री भी कर रहे हैं।
सरकार ने बफर स्टॉक से 1400 टन पयाज को रिलीज किया है। इसे ज्यादा खपत वाले बाजारों में भेजा गया है। रविवार को देश में प्याज की औसत कीमत 30 रुपये किलो रही। दिल्ली में प्याज का रिटेल भाव 37 रुपये प्रति किलोग्राम रहाऋ सरकार कल से 25 रुपये किलो प्याज की सेल शुरू करेगी।
Published on:
20 Aug 2023 06:21 pm
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