
ATS (Image Source: X)
गुजरात एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) ने आतंकी संगठन अलकायदा की भारतीय इकाई (Al-Qaeda in the Indian Subcontinent - AQIS) से जुड़े एक बड़े मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए इसके कथित मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।
ATS ने 30 जुलाई 2025 को बेंगलुरु से 30 वर्षीय समा परवीन नामक एक महिला को गिरफ्तार किया, जो अल-कायदा से जुड़ी थी और ऑनलाइन नफरत फैलाने में शामिल थी। इसके साथ ही, इससे पहले ATS ने चार अन्य आतंकियों - मोहम्मद फैक, मोहम्मद फर्दीन, सैफुल्लाह कुरैशी और जीशान अली - को दिल्ली, नोएडा, और गुजरात के विभिन्न क्षेत्रों से गिरफ्तार किया था।
गुजरात ATS के डिप्टी SP हर्ष उपाध्याय को 10 जून 2025 को खुफिया जानकारी मिली थी कि कुछ इंस्टाग्राम अकाउंट्स के जरिए देश-विरोधी और भड़काऊ सामग्री फैलाई जा रही थी। इन अकाउंट्स पर AQIS का आतंकी कंटेंट, जिहादी वीडियो, और हिंसा को बढ़ावा देने वाले संदेश साझा किए जा रहे थे, जिनका उद्देश्य युवाओं को आतंक की राह पर ले जाना और भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ हिंसा को उकसाना था।
खुफिया जानकारी के आधार पर ATS ने दिल्ली, नोएडा, मोडासा, और अहमदाबाद में चार टीमों को तैनात किया। दिल्ली स्पेशल सेल, यूपी ATS, और स्थानीय पुलिस की सहायता से 21 और 22 जुलाई को चारों आरोपियों को हिरासत में लिया गया। जांच के दौरान फर्दीन शेख के पास से एक तलवार और AQIS का जिहादी साहित्य बरामद हुआ, जिसमें 'ऑपरेशन सिंदूर' से संबंधित सामग्री शामिल थी। फर्दीन के मोबाइल में एक वीडियो भी मिला, जिसमें वह तलवार लहराते हुए कह रहा था, "बस यही कमी थी, अब सब पूरा हो गया।"
ATS के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आतंकी सोशल मीडिया और ऑटो-डिलीट ऐप्स का इस्तेमाल कर अपनी गतिविधियों को छिपाने की कोशिश कर रहे थे। ये लोग इंस्टाग्राम के जरिए अल-कायदा की विचारधारा को बढ़ावा दे रहे थे, जिसमें शरिया स्थापित करने और भारत में लोकतंत्र को उखाड़ फेंकने की बातें शामिल थीं। मोहम्मद फैक के पाकिस्तानी इंस्टाग्राम अकाउंट्स से संपर्क होने की बात भी सामने आई, जो उसे जिहादी सामग्री उपलब्ध करा रहे थे।
आरोपियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (निवारण) अधिनियम (UAPA) की धारा 13, 18, 38, और 39 के साथ-साथ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 113, 152, 196, और 68 के तहत मामला दर्ज किया गया है। फर्दीन और सैफुल्लाह को 14 दिन की रिमांड पर भेजा गया है, जबकि अन्य दो आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
ATS DIG सुनील जोशी ने बताया कि आरोपियों के मोबाइल फोनों से गजवा-ए-हिंद, काफिर, और हिंसा को बढ़ावा देने वाली सामग्री बरामद की गई है। यह मॉड्यूल देश में सांप्रदायिक नफरत फैलाने और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रच रहा था। ATS का कहना है कि जांच अभी जारी है और इस मॉड्यूल से जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी भी संभव है।
Updated on:
30 Jul 2025 02:02 pm
Published on:
30 Jul 2025 11:33 am
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
राष्ट्रीय
ट्रेंडिंग
