
गुजरात के साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर शहर में सोमवार को हुई भारी बारिश की वजह से परिवहन निगम की एक बस अंडर ब्रिज में हुए जलभराव में फंस गई। बस के अंदर पानी भर जाने के बाद कंडक्टर और ड्राइवर को अपनी जान बचाने के लिए बस की छत पर चढ़ना पड़ा। उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।
पुल के नीचे ट्रैक्टर-ट्रॉली जलभराव में फंसी
इसके अलावा मेहसाणा जिले में भी एक पुल के नीचे एक ट्रैक्टर-ट्रॉली जलभराव में फंस गई। ट्रॉली में 13 लोग सवार थे। इसके बाद आनन-फानन में एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। एनडीआरएफ टीम ने फंसे हुए सभी लोगों को रेस्क्यू किया। सोमवार को पूरे प्रदेश में 2 इंच से लेकर 5 इंच तक की बारिश रिकॉर्ड की गई।
दीवार ढहने से मां-बेटे की मौत
इससे पहले भी साबरकांठा जिले में भारी बारिश के चलते एक कच्चे मकान की दीवार ढह जाने से मकान में सो रहे मां-बेटे की मौत हो गई थी। खबरों के मुताबिक, एक मां और उसका चार साल का बच्चा अपने कच्चे मकान में सो रहे थे। तभी रात में भारी बारिश की वजह से कच्चे मकान की दीवार उनके ऊपर गिर गई। जिससे दोनों दीवार के मलबे में दब गए थे। बाद में इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई।
भारी मानसूनी बारिश से जूझ रहा है गुजरात
बता दें गुजरात इन दिनों भारी मानसूनी बारिश से जूझ रहा है। भारी बारिश की वजह से पूरे प्रदेश में जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। प्रदेश के कई जिलों में घरों के अंदर तक पानी भरने की वजह से लोगों को बचाव और राहत दल ने राहत शिविरों में भेजा है। इसके अलावा कई लोग भारी बारिश की वजह से अपने घरों में बंद रहने को मजबूर हैं। प्रदेश के मौसम विभाग ने भी प्रदेश की कई जगहों पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, साथ ही लोगों को जलाशयों और निचले इलाकों में न जाने की एडवाइजरी जारी की है।
NDRF चला रही अभियान
साबरकांठा जिले में भी भारी बारिश और पूरे इलाके में जलभराव होने की वजह से लोग घरों के अंदर ही रहने को मजबूर हैं। एनडीआरएफ और जिला प्रशासन की कई टीमें आपदा में फंसे लोगों को निकालने के लिए अभियान चला रही है। अब तक कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
Updated on:
29 Jul 2024 04:58 pm
Published on:
29 Jul 2024 04:57 pm
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