
शशि थरूर ने बांग्लादेश में एक हिंदू युवक की हत्या पर कड़ी आलोचना की (Photo-IANS)
Shashi Tharoor Reaction: बांग्लादेश को अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ती हिंसा के कारण हिंदुस्तान की कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। पड़ोसी देश में हिंदुओं पर बढ़ती हिंसा के बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने आलोचना की है। थरूर ने बांग्लादेश में एक हिंदू युवक की हत्या का मुद्दा उठाया है। बता दें कि बांग्लादेश में युवक की धार्मिक भावनाओं का अपमान करने के आरोपों के कारण भीड़ ने हत्या कर दी थी। शशि थरूर ने बांग्लादेश में फैल रहे भीड़तंत्र पर सवाल उठाते हुए हिंदू युवक की हत्या पर दुख जताया और हिंदुओं की सुरक्षा पर चिंता जाहिर की। साथ ही सांसद प्रियंका गांधी ने भी कड़ा हमला करते हुए बांग्लादेश में मानवता और धर्म पर हमला करने का आरोप लगाया।
बांग्लादेश में चल रही हिंसा और साथ ही हिंदू युवक की ईशनिंदा के आरोप में हुई हत्या पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने तीखा हमला किया है। अपने सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट करते हुए थरूर ने कहा कि बांग्लादेश में लगातार भीड़तंत्र फैल रहा है। इसके कारण कई निर्दोष लोगों की भी हत्याएं की जा रही हैं। यह भीड़तंत्र भारत और बांग्लादेश दोनों के लिए खतरनाक है।
उन्होंने हिंदू युवक की हत्या पर कहा कि बांग्लादेश में अपराधियों के हाथों बेचारे हिंदू व्यक्ति की हत्या कर दी गई। थरूर ने हत्या पर दुख जताते हुए कहा कि यह एक असहनीय दुखद घटना है। साथ ही उन्होंने इस पर कड़ा एक्शन लेने का भी संदेश दिया।
सांसद थरूर का यह बयान एक एक्टिविस्ट की पोस्ट के जवाब में आया। एक्टिविस्ट ने अपनी पोस्ट में बांग्लादेश में मुसलमानों द्वारा मारे गए हिंदू व्यक्ति की अमानवीय घटना के बारे में बताया था।
हिंदू युवक की हत्या पर प्रियंका गांधी ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी। इस घटना के बाद प्रियंका ने केंद्र सरकार से भी इस विषय पर एक्शन लेने की मांग की। साथ ही उन्होंने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों का मामला भी गंभीरता से उठाया। उन्होंने बांग्लादेश में हिंदू, ईसाई और बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों के खिलाफ बढ़ती हिंसा पर चिंता भी जाहिर की। प्रियंका वाड्रा ने बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों की क्रूर हत्याओं की ओर इशारा किया।
X पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, "बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की भीड़ द्वारा की गई क्रूर हत्या की खबर बेहद चिंताजनक है। किसी भी सभ्य समाज में, धर्म, जाति, पहचान आदि के आधार पर भेदभाव, हिंसा और हत्या मानवता के खिलाफ अपराध हैं। भारत सरकार को पड़ोसी देश में हिंदू, ईसाई और बौद्ध अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ती हिंसा का संज्ञान लेना चाहिए और बांग्लादेश सरकार के साथ उनकी सुरक्षा का मुद्दा मजबूती से उठाना चाहिए।"
बांग्लादेश के सबसे बड़े अल्पसंख्यक समूह ने एक बयान में कहा कि 18 दिसंबर की रात को लगभग 9 बजे बांग्लादेश के मैमनसिंह जिले में स्थित भालुका क्षेत्र में बदमाशों की भीड़ ने तथाकथित ईशनिंदा के आरोप में दीपू चंद्र दास नाम के एक गारमेंट वर्कर को बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी है। इसके बाद उन्होंने उसके शव को एक पेड़ से लटका दिया और बाद में आग लगा दी।
इस निर्मम हत्या के बाद बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने घटना पर दुख जाहिर करते हुए निंदा की। अंतरिम सरकार ने एक बयान में कहा कि मैमनसिंह में एक हिंदू व्यक्ति की लिंचिंग की कड़ी निंदा होनी चाहिए। नए बांग्लादेश में ऐसी हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। साथ ही उन्होंने दोषियों के सवाल पर कहा कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
Published on:
20 Dec 2025 03:35 pm
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