
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Photo: IANS)
उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के क्रॉस वोटिंग के दावों पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तीखा पलटवार किया है। केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इंडिया गठबंधन पर निशाना साधते हुए ‘वोट चोरी’ के आरोपों को काल्पनिक और वोट बैंक की राजनीति से प्रेरित बताया।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट में पुरी ने कहा कि कुछ राजनेता, जो बालक बुद्धि से प्रेरित हैं, भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने विपक्ष पर तर्कहीनता और झूठे आंकड़ों के आधार पर चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाने का आरोप लगाया। पुरी ने तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष एक दिन मतपत्र की वकालत करता है, लेकिन जब मतपत्र आधारित उपराष्ट्रपति चुनाव में उनके 35 सांसदों ने एनडीए उम्मीदवार को वोट दिया, तो वे इसका जवाब नहीं दे पाए।
पुरी ने विपक्ष के ‘वोट चोरी’ के दावों को खारिज करते हुए कहा कि ये आरोप तथ्यों से परे और मनगढ़ंत हैं। उन्होंने महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए बताया कि 2004 और 2009 में यूपीए की जीत के दौरान मतदाता सूची में ज्यादा वृद्धि हुई थी, लेकिन तब कोई सवाल नहीं उठा। वहीं, वायनाड में 93,499 और रायबरेली में 2,00,089 संदिग्ध मतदाताओं का हवाला देकर पुरी ने विपक्ष पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विपक्ष का असली मकसद घुसपैठियों को ताकत देना और राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करना है।
पुरी ने कांग्रेस से सवाल किया कि अगर उनकी ‘वोट चोरी’ की शिकायतें सही हैं, तो वे चुनाव आयोग में औपचारिक शिकायत क्यों नहीं दर्ज करते? उन्होंने कहा कि विपक्ष हार की वजह अपनी अक्षमता और भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए काल्पनिक कहानियां गढ़ता है, लेकिन जनता इनके झूठ को समझ चुकी है।
कांग्रेस और इंडिया गठबंधन लगातार चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता पर सवाल उठा रहे हैं। राहुल गांधी ने हाल ही में हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनावों में वोटर लिस्ट में हेराफेरी का दावा किया था। जवाब में बीजेपी ने इसे विपक्ष की हताशा करार दिया है। यह विवाद बिहार के आगामी विधानसभा चुनावों से पहले और गहरा सकता है।
Published on:
10 Sept 2025 10:52 pm
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