
IIT Madras: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास के पूर्व छात्र डॉ. कृष्णा चिवुकुला (एमटेक, 1970) ने संस्थान को 228 करोड़ रुपए की सहयोग राशि दी है। ये राशि भारत में किसी शैक्षणिक संस्थान को दिया गया अब तक का सबसे बड़ा सहयोग है। चिवुकुला के सम्मान में मंगलवार को संस्थान ने एक अकादमिक ब्लॉक का नाम उनके नाम पर रखा। चिवुकुला की ओर से दी गई सहयोग राशि का इस्तेमाल छात्रवृत्ति, अनुसंधान और नए छात्रों के लिए यूजी फैलोशिप कार्यक्रम आदि में किया जाएगा। डॉ. कृष्णा चिवुकुला ने 1970 में आईआईटी मद्रास से जेट प्रोपल्शन में एम. टेक (एयरोस्पेस इंजीनियरिंग) के साथ स्नातक की उपाधि ली।
डॉ. कृष्णा शिवुकुला ने 1970 में आईआईटी मद्रास से एमटेक की डिग्री प्राप्त की थी। शिवुकुला ने 1997 में भारत में 'मेटल इंजेक्शन मोल्डिंग' (एमआईएम) तकनीक की शुरुआत की। इस तकनीक को भारत में लाने के बाद, उन्होंने इंडो यूएस एमआईएम टेक (INDO US MIM Tec) नामक कंपनी की स्थापना की। यह वर्तमान में एमआईएम प्रौद्योगिकी में दुनिया की अग्रणी कंपनी है। उनकी इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए आईआईटी मद्रास ने उन्हें 2015 में 'विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार' से सम्मानित किया।
Published on:
07 Aug 2024 09:05 am
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