भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद पर हमला
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में दो बड़ी चुनौतियों को जिक्र करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, परिवारवाद देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा है। उससे देश को लड़ना ही होगा। हमारी कोशिश है कि जिन्होंने देश को लूटा है, उनको लौटाना भी पड़े। हम इसकी कोशिश कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना है। मुझे इसके खिलाफ लड़ाई को तेज करना है।
देश 5 संकल्प लेकर आगे बढ़ेगा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश अब 5 संकल्प लेकर आगे बढ़ेगा। आगामी 25 साल के लिए 5 संकल्प लेने होंगे। उन्होंने कहा कि पंच प्रण लेने होंगे। हमें आजादी के दीवानों के सपनों का संकल्प लेना होना।
1. विकसित भारत
2 .गुलामी के हर अंश से मुक्ति का प्रण
3. विरासत पर गर्व
4. एकता और एकजुटता का प्रण
5. नागरिकों को अपने कर्तव्यपालन का प्रण
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जय जवान, जय किसान के साथ जय अनुसंधान पर जोर
पीएम मोदी ने आज नया नारा देते हुए कहा कि जय जवान, जय किसान के साथ जय अनुसंधान पर जोर की जरूरत है। यूपीआई का बढ़ता प्रभाव इसका एक प्रमाण है। देश 5जी की तरफ बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया था। इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने इसमें जय विज्ञान जोड़ा और अब इसमें जय अनुसंधान जोड़ने का समय आ गया है। अब जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान हो।
नारी का सम्मान
पीएम ने कहा, देश में हर हाल में नारी का सम्मान जरूरी है। लाल किले की प्राचीर से अपनी सबसे बड़ी पीड़ा बताते हुए उन्होंने कहा कि नारी का अपमान बंद हो। देश में हर हाल में नारी का सम्मान जरूरी है। देश के विकास के लिए नारी का सम्मान बहुत जरूरी है।
स्वतंत्रता सेनानियों को किया याद
पीएम मोदी ने संबोधन में कहा कि देश मंगल पांडे, तात्या टोपे, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, चंद्रशेखर आजाद, असफाक उल्ला खां, राम प्रसाद बिस्मिल जैसे अनगिनत हमारे क्रांति वीरों का कृतज्ञ है। जिन्होंने अंग्रेजों की हुकूमत की नींव हिला दी थी। आजादी की जंग लड़ने वाले और आजादी के बाद देश बनाने वाले भी अनेक महापुरुषों को आज नमन करने का अवसर है।
गांधी के सपनों को पूरा करने के लिए खुद को समर्पित किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी का आखिरी व्यक्ति को लाभ पहुंचाने का सपना था। मैंने अपने महात्मा गांधी के सपने को पूरा करने के लिए खुद को समर्पित किया।
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भारत लोकतंत्र की जननी
पीएम मोदी ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है। मैं पहला व्यक्ति था, जिसे लाल किले से देशवासियों के गौरवगान करने का मौका मिला था। जितना आपसे सीखा है, आपको जान पाया हूं। आपके सुख.दुख को जान पाया हूं। उसे लेकर मैंने पूरा कालखंड उन लोगों के लिए खपाया है।
भारत के पास ग्लोबल वॉर्मिंग का समाधान
पीएम ने कहा कि आजादी के इतने दशकों के बाद पूरे विश्व का भारत की तरफ देखने का नजरिया बदल चुका है। समस्याओं का समाधान भारत की धरती पर दुनिया खोजने लगी है। विश्व का ये बदलाव, विश्व की सोच में ये परिवर्तन 75 साल की हमारी यात्रा का परिणाम है।
आत्मनिर्भर भारत
पीएम ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत सरकारी एजेंडा या सरकारी कार्यक्रम नहीं है। यह समाज का जनआंदोलन है, जिसे हमें आगे बढ़ाना है। 5 साल के बच्चे ने भी विदेशी खिलौने से नहीं खेलने का संकल्प लिया। 75 साल के बाद लाल किले पर तिरंगे को सलामी देने का काम पहली बार मेड इन इंडिया तोप ने किया है।
सामूहिक चेतना का पुनर्जागरण
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देशवासियों ने भी उपलब्धियां हासिल की हैं, पुरुषार्थ किया है, हार नहीं मानी है। हमने पिछले दिनों देखा है। हमने एक और ताकत का अनुभव किया है। भारत में सामूहिक चेतना का पुनर्जागरण हुआ है। आजादी का अमृत अब संकल्प में बदल रहा है। सिद्धि का मार्ग नजर आ रहा है।