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Independence Day 2022: लाल किले पर बना नया रिकॉर्ड, पहली बार मेड इन इंडिया तोप ने दी सलामी, जानें इसके बारे में

Published: Aug 15, 2022 11:17:05 am

Submitted by:

Mahima Pandey

76th Independence Day 2022: आज देशभर में स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। इस अवसर पर लाल किले पर पहली बार तिरंगे को 21 तोपों की सलामी दी गई जिसके लिए DRDO द्वारा बनाए गए स्वदेशी हॉवित्जर गन का इस्तेमाल हुआ। क्या है इस गन की खासियत और कब शुरू हुआ था इसपर काम जानिए विस्तार से …

 Independence Day 2022: Made-In-India Gun Used For Ceremonial Salute At Red Fort On Independence Day

Independence Day 2022: Made-In-India Gun Used For Ceremonial Salute At Red Fort On Independence Day

आज देश अपना 76 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस अवसर पर देश के प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले पर तिरंगा झंडा फहराया। इस अवसर पर पहली बार तिरंगे को स्वदेशी तोप की सलामी दी गई। ये तोप DRDO द्वारा निर्मित स्वदेशी हॉवित्जर गन है जिसे ATAGS (Advanced Towed Artillery Gun System) कहा जाता है। पीएम मोदी ने मेड इन इंडिया तोप का उल्लेख अपने भाषण में भी किया और कहा कि आजादी के 75 साल के बाद जिस आवाज को सुनने के लिए कान तरस गए थे वो आज सुनाई दी है।

एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (ATAGS) एक स्वदेशी 155 mm x 52 कैलिबर हॉवित्जर गन है जिसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है। इस गन को ट्रक से खींचा जाता है। इस तोप के 155 mm का अर्थ है कि इससे 155 mm वाले गोले दागे जा सकते हैं। ATAGS को हॉवित्जर भी कहा जाता है जिसका अर्थ है छोटी तोपें। ये हल्की और छोटी तोप सेना द्वारा लंबी दूरी ट्रक ले जाने या ऊंचाई पर तैनात करना आसान है।

इस तोप को देश बोफोर्स भी कहा जाता है क्योंकि इसकी क्वालिटी बोफोर्स तोप से मिलती-जुलती है।
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ATAGS का प्रोजेक्ट वर्ष 2013 में शुरू किया गया था ताकि DRDO की पुरानी गन को रिप्लेस किया जा सके। इसे डीआरडीओ द्वारा दो निजी फर्मों के सहयोग से बनाया गया है। इसका पहला सफल परीक्षण 14 जुलाई 2016 में किया गया था और अब तक इसके 6-7 टेस्ट किये जा चुके हैं। अगस्त और सितंबर 2017 में, पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में लगभग 48 किमी की रिकॉर्ड लक्ष्य सीमा हासिल की गई थी।

1. इस तोप की गिनती दुनिया की सबसे लंबी दूरी तक मार करने वाली तोपों में की जाती है जिसकी रेंज 28 किलोमीटर है।
2.इस तोप का वजन 18 टन है और कुल 7 ऐसी गन भारत के पास हैं।
3.ये किसी भी मौसम में काम करने की क्षमता रखती है चाहे वो माइनस 3 डिग्री तापमान हो या 75 डिग्री।
4.इस तोप से 155mm के गोले दागे जा सकते हैं और ये हर 5 मिनट में गोले दाग सकता है चाहे दिन हो या रात। एक गोले का वजन 11.5 किलो होता है।
5.रात में निशाना लगाने के लिए इसमें थर्मल साइट सिस्टम की सुविधा है और इसके बैरल की लंबाई 8060 मिलीमीटर है।

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