
General N. S. Raja Subramani: उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एन. एस. राजा सुब्रमणि ने शुक्रवार को कहा कि अस्थिर सीमाओं के अलावा भारत का विनिर्माण क्षेत्र, पर्याप्त रोजगार के अवसरों की कमी और मानव विकास सूचकांक देश की कमजोरियां हैं। उन्होंने कहा कि इन कमजोरियों को 2047 तक विकसित भारत के विजन को पूरा करने के लिए ठीक करने की जरूरत है। लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रमणि ने कहा कि 2047 तक विकसित भारत बनने के लिए देश को सीमाओं को व्यवस्थित करने और भीतर सामाजिक और सांप्रदायिक सद्भाव रखने का लक्ष्य रखना चाहिए।
सूरत लिटरेरी फाउंडेशन द्वारा भारत 2047 थीम पर आयोजित लिट फेस्ट में ‘राष्ट्रीय सुरक्षा (बाह्य और आंतरिक)’ पर बोलते हुए लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रमणि ने कहा कि दो हजार संतों के लिए हमारा क्या विजन है? 2047 के लिए हमारा दृष्टिकोण क्या है? हमें पता होना चाहिए कि हमारी ताकत और कमजोरियां क्या हैं। हमें यह जानना चाहिए कि हमारी ताकत क्या है, हमारी कमज़ोरियाँ क्या हैं। हमारी ताकत हमारी भौगोलिक स्थिति, हमारे युवा, आर्थिक ताकत - स्थिर आर्थिक विकास और फार्मा और आईटी सहित हमारा सेवा क्षेत्र है।
लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रमणि ने कहा कि हमारी कमज़ोरियां क्या हैं - सबसे पहले पर्यावरण परिवर्तन जो हो रहा है। दूसरा, हमारा विनिर्माण क्षेत्र जो है, इतना मजबूत नहीं है। तीसरा, उतने रोजगार के अवसर नहीं हैं हमारे पास। हमारी सीमाएँ, चाहे चीन के साथ हों, चाहे पाकिस्तान के साथ हों, अभी विकसित नहीं हैं। हमें अपने मानव विकास सूचकांक में भी सुधार करने की जरूरत है।
2047 कैसा होगा? हमारा प्रतिक्रिया तंत्र एकीकृत होगा, हमारी आंतरिक समस्याएं हल हो जाएंगी, जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर, वामपंथी… हम इन मुद्दों को नियंत्रित करने में सक्षम होंगे, उन्हें पूरी तरह से हल करेंगे ताकि सामाजिक और सांप्रदायिक सद्भाव बना रहे और देश 2047 तक विकसित भारत बन जाएगा।
उन्होंने कहा कि हम 2047 तक क्या चाहते हैं? हमारी सीमाएं पूरी तरह विकसित हों, चीन और पाकिस्तान के साथ हमारे संबंध बेहतर हों। जम्मू-कश्मीर और उत्तर पूर्व एकीकृत और सामान्य बने रहें और हम प्रौद्योगिकी-उन्मुख समाधानों के साथ खुद को सुरक्षित रखें।
आंतरिक सुरक्षा पर उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव में 60 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है। अब वहां निर्वाचित सरकार है। भले ही छोटी-मोटी आतंकवादी घटनाएं होती हों, लेकिन सेना, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल हरसंभव मदद कर रहे हैं। सेना और राज्य प्रशासन ने मिलकर स्थिति को नियंत्रित कर लिया है। पूर्वोत्तर में मणिपुर में हिंसा देखी गई और फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, इसे नियंत्रित करने में अभी और समय लगेगा।
Updated on:
20 Jan 2025 09:54 am
Published on:
18 Jan 2025 09:45 am
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