14 December 2025,

Sunday

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

SU57: रूस से नया फाइटर जेट खरीदने वाला है भारत, खासियत जान उड़ जाएगी पाकिस्तान की नींद

भारत रूस से SU 57 फाइटर जेट खरीदने वाला है। यह दो इंजन वाला 5वीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान है। खास बात यह है कि भारत इसे रूस के साथ ज्वाइंट वेंचर के तहत बनाने वाला है।

2 min read
Google source verification
fighter aircraft Sukhoi-30 MKI

सुखोई फाइटर जेट्स (फाइल फोटो)

भारत (India) रूस (Russia) के एसयू-57 (SU57) लड़ाकू विमानों की कम से कम दो स्क्वॉड्रन खरीदने की संभावना पर विचार कर रहा है। सूत्रों के अनुसार, इस सौदे के तहत भारत अपने यहां इन विमानों का उत्पादन करने की संभावना भी देख रहा है। रूस की संघीय सैन्य-तकनीकी सहयोग सेवा के प्रमुख दिमित्री शुगायेव ने कहा है कि भारत पहले ही एस-400 सिस्टम का इस्तेमाल कर रहा है और इस क्षेत्र में सहयोग को आगे बढ़ाने की संभावना है।

क्यों खास है एसयू-57?

यह दो इंजन वाला 5वीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान है, जो राडार से छिपने की क्षमता रखता है। इसे हवाई लड़ाई और जमीनी या समुद्री हमलों दोनों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी सबसे तेज रफ्तान रफ्तार मैक 2 यानी आवाज की गति से लगभग दोगुनी है। यह करीब 1,900 किलोमीटर तक बिना रुके युद्ध कर सकता है। यह फुर्तीला और तेज है।

अमरीकी जेट के मुकाबले सस्ता

रूस का विमान अमरीका के एफ-35 लड़ाकू विमान के मुकाबले सस्ता है। एक एफ-35 विमान लगभग 660 करोड़ से 900 करोड़ रुपए तक का है। इसके मुकाबले एसयू-57 लगभग 290 करोड़ से 330 करोड़ रुपए का है। रूस ने एसयू-57 को एफ-35 के बराबर बताया है।

क्या हैं इसकी खासियत?

एसयू-57 जेट 7.4 टन तक हथियार ले जा सकता है, जिनमें हवा से हवा और हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें शामिल हैं। इसमें बेहद उन्नत इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम हैं, जिनमें एक ताकतवर ऑनबोर्ड कंप्यूटर भी शामिल है। इस कंप्यूटर को अक्सर इलेक्ट्रॉनिक सेकंड पायलट कहा जाता है, क्योंकि यह पायलट की मदद करता है और कई काम अपने आप संभाल लेता है।

भारत के लिए क्यों अहम है ?

एसयू-57 फाइटर जेट अगर भारत के पास आ जाते हैं तो इससे वायु शक्ति में बड़ा इजाफा होगा। रूस का ऑफर भारत की रक्षा तैयारियों को अगले स्तर पर ले जाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा। भारतीय वायुसेना के बेड़े में पांचवीं पीढ़ी का यह जेट दुश्मनों के लिए काल साबित होगा।