5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अलगे महीने वैक्सीन का निर्यात खोल सकता है भारत, जानिए क्या है वजह

भारत सरकार अगले महीने से कोरोना टीकों का निर्यात शुरू करने जा रही है। सरकार का कहना है कि राज्यों के पास मौजूद कोरोना टीका एक्सपायर होने को हैं, इसके चलते निर्यात खोलना जरूरी हो गया है।

2 min read
Google source verification
india may open export of covid 19 vaccine from next month

india may open export of covid 19 vaccine from next month

नई दिल्ली। भारत ने कोरोना टीकाकरण में 100 करोड़ का लक्ष्य हासिल कर लिया है। वहीं अब देश में कोरोना टीकों का पर्याप्त स्टॉक भी है। ऐसे में सरकार एक बार फिर कोरोना वैक्सीन का निर्यात शुरू करने की योजना बना रही है। माना जा रहा है कि सरकार अलगे महीने यानि दिसंबर में कोरोना वैक्सीन का निर्यात शुरू कर देगी।

सरकार इसलिए खोल रही निर्यात
जानकारी के मुताबिक राज्यों के पास बढ़ते कोरोना टीके के स्टाक के चलते सरकार बड़े पैमाने पर कोरोना टीके का निर्यात खोलने पर विचार कर रही है। बता दें कि पहले सरकार ने 31 दिसंबर के बाद टीकों का निर्यात शुरू करने की योजना बनाई थी, लेकिन अब कुछ राज्यों में कोरोना वैक्सीन की डोज की एक्पायरी डेट भी नजदीक आ रही है। यही वजह है कि सरकार तय समय से पहले टीका निर्यात खोलने पर विचार कर रही है।

कोरोना टीकाकरण की रफ्तार हुई धीमी
अगर स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों की बात करें तो सोमवार को राज्यों के पास 15 करोड़ 60 लाख से अधिक डोज स्टाक में थे। वहीं अगर प्रतिदिन टीकाकरण का औसत निकाला जाए तो नवंबर के सात दिनों में प्रतिदिन औसतन 30 लाख डोज ही लगाए गए। बता दें कि टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने के लिए सरकार ने हर घर दस्तक अभियान भी शुरू किया है। इसके लिए पीएम मोदी ने जिलों के अधिकारियों संग बैठक भी की थी, बावजूद इसके सरकार को वैक्सीन खराब होने की चिंता सता रही है।

यह भी पढ़ें: नोटबंदी को राहुल गांधी ने बताया मित्र-हित में चलाई गई योजना

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि त्योहारों की वजह से कोरोना टीकाकरण की रफ्तार धीमी हो गई है। वहीं सरकार का कहना है कि फिलहाल हम 30 नवंबर तक टीकाकरण का इंतजार करेंगे, इसके बाद भी अगर टीकाकरण की रफ्तार नहीं बढ़ी ऐसे में टीके का निर्यात खोलना जरूरी हो जाएगा। बता दें कि जी-20 सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2022 में दुनिया को 500 करोड़ डोज की सप्लाई का ऐलान किया है।