29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

उत्तराखंड में भारत-नेपाल सीमा पर बवाल, नेपाल की ओर से हुई पत्थरबाजी में भारत के कई मजदूर घायल

India Nepal Border Tension News: भारत और नेपाल सीमा पर एक नया विवाद खड़ा हो गया है। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में दोनों देशों के सीमाई इलाके में काम कर रहे भारतीय मजदूरों पर नेपाल की ओर से पत्थरबाजी की गई। जिसमें कई भारतीय घायल हो गए। इसके बाद दोनों ओर से तनाव गहरा गया है।  

2 min read
Google source verification
44.jpg

India Nepal Border Stone Pelting at Indian Workers from Nepal side in Pithoragarh Uttarakhand

India Nepal Border Tension News: भारत-नेपाल सीमा पर एक बार फिर बवाल मचा है। इस बार उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में स्थित बॉर्डर पर विवाद गहरा गया है। यहां रविवार, 4 दिसंबर की शाम नेपाल की तरफ से भारतीय मजदूरों पर पथराव किया गया। जिससे कई मजदूरों को चोटें आईं। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव गहरा गया है। पिथौरागढ़ के धारचूला में नेपाल की तरफ से पत्थरबाजी की घटनाओं के विरोध में ट्रेड यूनियन ने भारत-नेपाल को जोड़ने वाले पुल को बंद कर दिया था। जिससे पिथौरागढ़ के धारचूला से होकर दोनों देशों के बीच होने वाली आवाजाही बंद हो गई थी। हालांकि बाद में अधिकारियों के समझाने पर पुल खोल दिया गया है। इधर भारतीय अधिकारी ने नेपाल सरकार को घटना की जानकारी देते हुए पथराव करने वालों पर पर सख्त कदम उठाने की मांग की है।


मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के धारचूला इलाके में काली नदी पर भारतीय मजदूर तटबंध का निर्माण कर रहे थे। इसी निर्माण को लेकर ये विवाद बताया जा रहा है। इस निर्माण का नेपाली नागरिक विरोध कर रहे हैं। रविवार शाम जब भारतीय मजदूर तटबंध निर्माण के काम में जुटे थे, तभी नेपाल की ओर से पथराव की घटना हुई। जिसमें कई मजदूर चोटिल हो गए।



घटना की पुष्टि करते हुए धारचूला के संयुक्त मजिस्ट्रेट दिवेश शशानी ने कहा कि हमने नेपाल प्रशासन को बता दिया था कि आपको पत्थरबाजी करने वालों के खिलाफ सख़्त कदम उठाना पड़ेगा। दिवेश शशानी ने भारत-नेपाल सीमा पर हुए पथराव के बाद गुस्साएं लोगों को समझाते हुए नजर आए। जिसके बाद दोनों देशों को जोड़ने वाला पुल खोल दिया गया है।


इस घटना पर अभी तक नेपाल की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। इधर धारचूला व्यापार बोर्ड के अध्यक्ष भूपेंद्र थापा ने कहा कि हम लोगों ने संयुक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया है। नेपाल की तरफ से हमारे स्थानीय लोगों को जिस तरह बेरहमी से पीटा गया है, उसका हमने विरोध किया है। प्रशासन ने 3 दिन का समय मांगा है, अगर कार्रवाई नहीं हुई तो फिर से पुल बंद किया जाएगा।

यह भी पढ़ें - क्या है 'न्यूनतम साझा कार्यक्रम', जिससे भारत से सीमा विवाद पर शांतिपूर्ण हल चाहता है नेपाल