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मुंबई की धारावी में बना भारत का सबसे बड़ा शौचालय, एक साथ 50 हजार लोगों के नहाने की सुविधा

मुंबई की धारावी में देश का सबसे बड़ा सुरक्षा केंद्र बनाया गया है। सुरक्षा केंद्र में ग्रे वाटर ट्रीट्मन्ट प्लांट भी लगाया गया हु जो पानी को स्वच्छ कर उसको फिर से इस्तेमाल करने के लिए उपयुक्त बनाएगा।

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Mahima Pandey

Feb 20, 2022

India's largest public toilet is now open in Dharavi, Mumbai

India's largest public toilet is now open in Dharavi, Mumbai

मुंबई की धारावी में देश का सबसे बड़ा सुविधा केंद्र बना है जिसका उद्घाटन 9 फरवरी को महाराष्ट्र के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने किया है। ग्राउन्ड प्लस में इस सार्वजनिक सुविधा केंद्र में 50 हजार से अधिक लोग एक साथ नहा सकते हैं। यहाँ पर पीने के लिए फ़िल्टर पानी, कपड़े धोने के लिए लॉंड्री की सुविधा की गई है। इस सुविधा केंद्र में 111 सीटर टॉयलेट भी बनाए गए हैं। इस सुविधा केंद्र के अंदर ग्रे वाटर ट्रीट्मन्ट प्लांट और यहाँ बिजली के लिए सोलर पैनल लगाए गए हैं। इस सुविधा केंद्र में 50,000 से अधिक निवासियों के स्नान की सुविधा है।


ग्रे वाटर ट्रीट्मन्ट प्लांट की सुविधा

सुरक्षा केंद्र में लगाए गया ग्रे वाटर ट्रीट्मन्ट प्लांट इस्तेमाल किए गए पानी को स्वच्छ कर उसको फिर से इस्तेमाल करने के लिए उपयुक्त बनाएगा। इससे सालाना 90 लाख लीटर ताजे पानी की बचत हो सकेगी। आदित्य ठाकरे ने भी अपने बयान में बताया कि बीएमसी इसी तरह मुंबई के घाटकोपर, धारावी, चेंबूर, बांद्रा, सांताक्रूज, गोंदी में 10 और नए सुविधा केंद्र का निर्माण कर रही है। उन्होंने ये भी जानकारी दी कि पिछले 2 वर्षों में BMC ने धारावी में 19 कम्युनिटी टॉयलेट का निर्माण किया है जिसमें 800 सीटर टॉयलेट हैं।

ऐसे ही और सुविधा केंद्र बनाने की योजना

इस सुविधा केंद्र में गरम पानी की भी सुविधा की गई है। इस सुविधा केंद्र का इस्तेमाल इसका उपयोग धारावी के नाईक नगर, संग्राम नगर, शताब्दी नगर जैसे इलाके 5 हजार लोगों के साथ भी वो कर सकते हैं।

श्रमिकों के लिए सुविधा

एक स्थानीय एनजीओ ज्ञानचंद कांताप्रसाद जायसवाल के अनुसार, कम से कम 40% आबादी प्रवासी श्रमिक हैं। एक जोड़ी कपड़े धोने और इस्त्री करने के लिए, कपड़े धोने के लिए आम सुविधा केंद्रों में 30 रुपये लेती हैं। इसकी तुलना में, सुविधा केंद्र में वो 50 रुपये में कम से कम चार-छह कपड़े धो सकते हैं।

महिलाओं की सुविधा का भी खास ख्याल

जायसवाल बताते हैं कि कुछ पुरुषों ने नई सुविधा के निर्माण से पहले इसका इस्तेमाल किया था, लेकिन कोई भी महिला यहां सुरक्षित महसूस नहीं करती थी। उन्होंने मुख्य सड़क के शौचालयों का इस्तेमाल करना पसंद किया। ये समस्या सुनने के बाद यहाँ महिलाओं के लिए सुरक्षा और सुविधा का भी इंतेजाम किया जाता है।

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