कार्यक्रम में संबोधन के दौरान RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि जब अखंड भारत की बात करते हैं तो लोग डर जाते हैं, और बोलते हैं कि कब यह होगा? उन्होंने कहा कि भारत को बड़ा बनाना है तो डरना छोड़ना होगा। जब हम डरना छोड़ देंगे तब भारत अखंड होगा। भारत निश्चय ही अहिंसा का पुजारी है, लेकिन दुर्बलता का पुजारी नहीं है।
मोहन भागवत ने कहा कि हम अलग दिख सकते हैं, हम अलग-अलग चीजें खा सकते हैं लेकिन अस्तित्व में एकता है। आगे बढ़ना एक ऐसी चीज है जो दुनिया भारत से सीख सकती है, दुनिया में उत्कृष्टता की एक कीमत होती है। हमें भाषा, पहनावे, संस्कृति में छोटे-छोटे अंतर में नहीं फंसना चाहिए। सभी जातियों के लोग अपने हैं, हमें ऐसा ही स्नेह रखने की जरूरत है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने RSS का नाम लिए बिना देशद्रोही संगठन बचा चुके हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था कि इतिहास गवाह है, ‘हर घर तिरंगा’ मुहीम चलाने वाले, उस देशद्रोही संगठन से निकले हैं, जिन्होंने 52 सालों तक तिरंगा नहीं फहराया। आज़ादी की लड़ाई से ये कांग्रेस पार्टी को तब भी नहीं रोक पाए और आज भी नहीं रोक पाएंगे।