
आईपीएस एमए सलीम बने कर्नाटक के नए डीजीपी (Photo : X@CMofKarnataka)
Karnataka New DGP: कर्नाटक सरकार ने राज्य पुलिस विभाग में एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव करते हुए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डॉ. एमए सलीम को कर्नाटक का नया पुलिस महानिदेशक एवं महानिरीक्षक (डीजीपी एंड आईजीपी) नियुक्त किया है। शनिवार को कर्नाटक राज्य सचिवालय, विधान सौधा, बेंगलुरु से जारी आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी और अगले आदेश तक प्रभावी रहेगी। डॉ. सलीम, जो 1993 बैच के कर्नाटक कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं, वर्तमान में आर्थिक अपराध शाखा, विशेष इकाइयों और अपराध जांच विभाग (सीआईडी) के महानिदेशक के रूप में कार्यरत हैं। उन्हें भारतीय पुलिस सेवा के शीर्ष स्केल, लेवल-17, यानी 2,25,000 रुपये (नियत वेतन) के तहत यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।
डॉ. सलीम का करियर तीन दशकों से अधिक का रहा है, जिसमें उन्होंने कर्नाटक पुलिस में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। बेंगलुरु के चिक्कबानवारा निवासी सलीम ने बैंगलोर विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातकोत्तर और उस्मानिया विश्वविद्यालय से पुलिस प्रशासन में स्नातकोत्तर डिग्री हासिल की है। साथ ही, उन्होंने ट्रैफिक प्रबंधन में डॉक्टरेट की उपाधि भी प्राप्त की है और इस विषय पर एक पुस्तक भी लिखी है। 1993 में यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण कर वह भारतीय पुलिस सेवा में शामिल हुए। अपने करियर की शुरुआत उन्होंने कलबुर्गी में सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) के रूप में की थी। इसके बाद, उन्होंने मैसूर शहर के पुलिस आयुक्त, बेंगलुरु में विशेष पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक) और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के प्रमुख जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने डॉ. सलीम को बधाई देते हुए उनके नेतृत्व में राज्य में कानून-व्यवस्था और पुलिसिंग में सुधार की उम्मीद जताई है। सलीम की नियुक्ति को कर्नाटक पुलिस को और अधिक मजबूत और आधुनिक बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।
सलीम को एक तेजतर्रार, अनुशासित और पारदर्शी अधिकारी के रूप में जाना जाता है। सीआईडी प्रमुख के रूप में उनके नेतृत्व में कई हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच पूरी हुई, जिनमें आईएमए धोखाधड़ी, क्रिप्टोकरेंसी हैकिंग, पुलिस सब-इंस्पेक्टर भर्ती घोटाला और कर्नाटक महर्षि वाल्मिकी अनुसूचित जनजाति विकास निगम में 94 करोड़ रुपये की गड़बड़ी जैसे मामले शामिल हैं। उन्होंने साइबर अपराध और नारकोटिक्स के लिए नई इकाई स्थापित की और साइबर क्राइम जांच, प्रशिक्षण और अनुसंधान केंद्र (सीसीआईटीआर) के माध्यम से 6,200 से अधिक पेशेवरों को प्रशिक्षण दिलवाया।
सलीम ने ट्रैफिक प्रबंधन में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। बेंगलुरु में 122 सड़कों पर वन-वे सिस्टम लागू करने और महिला, बच्चों व वरिष्ठ नागरिकों के लिए हेल्पलाइन स्थापित करने का श्रेय उन्हें जाता है। उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हें 2009 में राष्ट्रपति का विशिष्ट सेवा पदक और 2017 में उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया।
Published on:
30 Aug 2025 09:43 pm
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