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क्या भारत का हिंदू राष्ट्र बनना संभव है, नीतीश कुमार ने दिया जवाब

Hindu Rashtra जेडीयू सुप्रीमो और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश में हर संप्रदाय के लोग रहते हैं, अगर कोई भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहता है, तो वह देश को नष्ट करना चाहता है।

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क्या भारत का हिंदू राष्ट्र बनना संभव है, नीतीश कुमार ने दिया जवाब

देश में लगातार यह मुद्दा गूंजता है कि, भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए। हिन्दू धर्म के समर्थकों ने इस मुद्दे को अमलीजामा पहनाना शुरू भी कर दिया है। पर क्या भारत हिंदू राष्ट्र बन जाएगा। इस मामले में देश की हर पार्टी की की विचारधारा अलहदा है। जेडीयू सुप्रीमो और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश में हर संप्रदाय के लोग रहते हैं, अगर कोई भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहता है, तो वह देश को नष्ट करना चाहता है। बीबीसी पर आईटी 'सर्वे' पर बिहार सीएम ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहाकि,जो कोई भी सरकार के खिलाफ बोलता है, उसको उसके परिणाम भुगतना पड़ता है। इसके साथ ही नीतीशा कुमार ने कहाकि, संसद में प्रत्येक सदस्य और पार्टी को किसी भी मुद्दे पर बोलने का अधिकार है। यह अधिकार संविधान ने दिया है।

हम गांधी के बताए रास्ते पर चल रहे हैं

हिंदू मामले पर बोलते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहाकि, देश में हर धर्म, सम्प्रदाय के लोग रहते हैं। अगर कोई ऐसा करना चाहता है (भारत को हिंदू-राष्ट्र बनाना) तो वह देश को नष्ट करना चाहता है। हमें केवल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की कही बातों का पालन करना चाहिए। हम गांधी जी के बताए रास्ते पर चल रहे हैं।

खिलाफ बोलेगा तो परिणाम भुगतने होंगे

बीबीसी पर आईटी 'सर्वे' पर बिहार सीएम नीतीश कुमार ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहाकि, हम देख सकते हैं कि वे (मोदी सरकार) क्या चाहते हैं, अगर कार्रवाई की जाती है तो यह स्पष्ट दिखता है। अगर कोई उनके (मोदी सरकार) खिलाफ बोलेगा तो उन्हें परिणाम भुगतने होंगे। जो लोग हमारे खिलाफ बोलना और लिखना चाहते हैं, वे ऐसा कर सकते हैं, आखिरकार, यह जनता तय करेगी।

संसद में प्रत्येक सदस्य और पार्टी को किसी भी मुद्दे पर बोलने का अधिकार

बिहार सीएम नीतीश कुमार ने कहाकि, संसद में प्रत्येक सदस्य और पार्टी को किसी भी मुद्दे पर बोलने का अधिकार है। जब हम संसद में थे तो हमारी बात सुनी गई। जब हम सरकार में थे तब भी पूर्व पीएम अटलजी विपक्ष की बात सुनते थे। अगर आप (मोदी सरकार) इसे (अडाणी विवाद) खारिज करते हैं तो यह आंतरिक मामला होना चाहिए।

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