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NDA में बगावत कर देंगे मांझी! मांग ली इतनी सीट, बोले- नहीं मिली तो अकेले 100 सीटों पर लडूंगा

Bihar Election: सीट शेयरिंग से पहले जीतनराम मांझी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी को 15 सीटें मिलनी चाहिए नहीं तो वे अकेले ही विधानसभा चुनाव में उतरेंगे।

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पटना

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Ashib Khan

Sep 14, 2025

जीतनराम मांझी ने मांगी 15 सीटें (Photo-IANS)

Bihar Politics: बिहार में साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन और एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा चल रही है। हालांकि अभी तक दोनों गठबंधन ने पार्टियों के बीच सीट बंटवारा नहीं किया है। इसी बीच एनडीए के घटक दल हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने बड़ा बयान दिया है। केंद्रीय मंत्री मांझी ने कहा कि अगर सीट बंटवारे में पार्टी को 15 सीटें नहीं मिली तो वे अकेले 100 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।

मांझी ने मांगी 15 सीटें 

जीतनराम मांझी ने रविवार को कहा कि इस बार उनका मकसद हर हाल में मान्यता प्राप्त दल बनना है। इसके लिए जरूरी है कि पार्टी को कम से कम 8 सीटों पर जीत मिले। उन्होंने आगे कहा कि यह तभी संभव है जब पार्टी को एनडीए गठबंधन में कम से कम 15 सीटें दी जाएं, क्योंकि सभी सीटों पर जीत संभव नहीं है। 

‘अकेले चुनाव लड़ने की दी चेतावनी’

हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के अध्यक्ष ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी पार्टी को सम्मानजनक सीटें नहीं मिली तो उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव में अकेले मैदान में उतरेगी और करीब 100 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। 

अबकी बार चुनाव ‘करो या मरो’ की स्थिति

उन्होंने कहा कि इस बार का चुनाव उनके लिए करो या मरो की स्थिति वाला है, क्योंकि पार्टी को बने हुए 10 साल हो चुके हैं और अब तक निबंधित पार्टी बने रहना उनके लिए अपमानजनक है। मांझी ने दावा किया कि उनके 10-15 हजार वोट हर विधानसभा क्षेत्र में मौजूद है और इस आधार पर वे अकेले भी 6 प्रतिशत वोट हासिल कर सकते हैं। 

सीट शेयरिंग पर फंसा पेंच

बता दें कि विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन और एनडीए में सीट शेयरिंग पर पेंच फंसा हुआ है। दोनों गठबंधन में शामिल दल ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते है। एनडीए में चिराग पासवान ने पेंच फंसा रखा है और अब मांझी ने भी अपना रूख स्पष्ट कर दिया है। मांझी का यह बयान नीतीश कुमार और बीजेपी के लिए चिंता का सबब जरूर बन गया है।

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महागठबंधन में नहीं बन रही बात

एनडीए ही नहीं महागठबंधन में दलों के बीच सीट शेयरिंग पर पेंच फंसा हुआ है। पहले से ही मुकेश वाहनी 60 सीटों की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा अब महागठबंधन में झामुमो और पशुपति पारस की पार्टी आरएलजेपी भी शामिल हो गई है।
ऐसे में सभी दलों के बीच सीट का बंटवारा तेजस्वी और कांग्रेस के लिए परेशानी बना हुआ है।