31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बेटे को इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन दिलाने के लिए नहीं जुटा पाया फीस तो पिता ने उठाया खौफनाक कदम

केरल के पथानामथिट्टा जिले में बेटे की कॉलेज फीस नहीं जमा कर पाने के चलते एक पिता ने आत्महत्या कर ली। बेटे के इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन दिलाना पिता का सपना था।

2 min read
Google source verification

भारत

image

Himadri Joshi

Aug 04, 2025

मौत (Photo source- Patrika)

मौत (Photo source- Patrika)

केरल में एक दिल दहला देने वाला मामला सामाने आया है। यहां जब एक पिता अपने बेटे को इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला दिलाने के लिए पैसे जमा नहीं कर पाया तो वह इस बात से इतना दुखी हो गया कि उसने फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। मामला राज्य के पथानामथिट्टा जिले का है और मृतक की पहचान 47 वर्षीय वी.टी. शिजो के रूप में की गई है। कोच्चि से लगभग 100 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित रन्नी के रहने वाले शिजो लंबे समय से आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे थे। जिसके चलते रविवार शाम शिजो ने जिले के मूंगमपारा वन क्षेत्र में फंदे लगाकर अपनी जान दे दी।

बेटे को इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला दिलवाना था सपना

शिजो के रिश्तेदार से मिली जानकारी के अनुसार, अपने बेटे को इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला दिलवाना शिजो का सपना था। लेकिन पैसों की समस्या के चलते वह ऐसा नहीं कर पाए और इसी बात से वह काफी आहत थे। कथित तौर पर शिजो तमिलनाडु के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में अपने बेटे को दाखिला दिलवाना चाहते थे। शिजो की मौत के बाद उनके एक रिश्तेदार ने मीडिया बातचीत के दौरान कहा कि, तमिलनाडु के इरोड में अपने बेटे के कॉलेज में दाखिले के लिए जरूरी पैसे नहीं जुटा पाने के चलते शिजो बेहद तनाव में था।

पत्नी को भी पिछले 12 सालों से नहीं मिला था वेतन

शिजो की पत्नी लेखा रवींद्रन भी एक स्कूल में शिक्षिका है लेकिन पिछले 12 सालों से उन्हें भी वेतन नहीं मिला था जिसके चलते परिवार आर्थिक परेशानियों से जूझ रहा था। परिवार के अनुसार, केरल उच्च न्यायालय ने शिक्षा विभाग को वेतन जारी करने का निर्देश दिया था लेकिन कथित नौकरशाही देरी और जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से कार्रवाई न करने के चलते लेखा तक यह पैसे पहुंचा ही नहीं। स्कूल प्रबंधन ने भी लेखा के वेतन को लेकर जिला शिक्षा कार्यालय से संपर्क किया था लेकिन उन्हें भी कोई जवाब नहीं दिया गया।

राज्य में पहले भी सामने आ चुके ऐसे मामले

शिजो की मौत का यह मामला राज्य में गरीबी के चलते आत्महत्या करने के एक चिंताजनक पैटर्न को दर्शाता है। हाल ही के वर्षों में राज्य में कई ऐसे मामले सामने आए है जहां पैसों की परेशानी के चलते कोई व्यक्ति अपनी जान देने पर मजबूर हुआ हो। इन मामलों में ऋण वसूली और कृषि ऋण से जुड़े भी कई मामले शामिल थे। ऐसा ही एक मामला पिछले साल तिरुवनंतपुरम के वक्कम में सामने आया था जहां पैसों की तंगी और कर्ज से तंग आकर एक ही परिवार के चार लोगों ने एक साथ आत्महत्या कर ली थी।