
Budget 2025: कृषि वित्तपोषण को और मजबूत करने के लिए सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के माध्यम से लिए गए ऋण के लिए संशोधित ब्याज सबवेंशन (एमआईएस) योजना के तहत ऋण सीमा 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये करने की घोषणा की है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को संसद में अपने केंद्रीय बजट 2025-26 भाषण में यह ऐलान किया है। सीतारमण ने इस बात पर प्रकाश डाला कि केसीसी योजना ने मछुआरों और डेयरी किसानों सहित 7.7 करोड़ किसानों के लिए अल्पकालिक ऋण की सुविधा प्रदान की है। इस वृद्धि का उद्देश्य किसानों को बेहतर वित्तीय सहायता और पहुंच प्रदान करना है, जिससे समय पर ऋण उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड 7.7 करोड़ किसानों, मछुआरों और डेयरी किसानों के लिए अल्पकालिक ऋण की सुविधा प्रदान करते हैं। संशोधित ब्याज सबवेंशन योजनाओं के तहत ऋण सीमा केसीसी के माध्यम से लिए गए ऋण के लिए 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये की जाएगी।
यूरिया उत्पादन में आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ते हुए वित्त मंत्री ने पूर्वी क्षेत्र में तीन सरकारी यूरिया संयंत्रों को फिर से खोलने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त, यूरिया आपूर्ति बढ़ाने के लिए, असम के नामरूप में 12.7 लाख मीट्रिक टन की वार्षिक क्षमता वाला एक नया संयंत्र स्थापित किया जाएगा। यह पहल आयात पर निर्भरता कम करने और घरेलू उर्वरक उत्पादन को मजबूत करने के सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप है। लाखों कपास उत्पादक किसानों के लाभ के लिए सीतारमण ने कपास उत्पादकता के लिए पांच वर्षीय मिशन का अनावरण किया।
उन्होंने कहा कि लाखों कपास उत्पादक किसानों के लाभ के लिए मुझे कपास उत्पादकता के लिए मिशन की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। यह 5 वर्षीय मिशन कपास की खेती की उत्पादकता और स्थिरता में महत्वपूर्ण सुधार की सुविधा प्रदान करेगा और अतिरिक्त-लंबे स्टेपल कपास की किस्मों को बढ़ावा देगा। किसानों को सर्वोत्तम विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि कपड़ा क्षेत्र के लिए हमारे एकीकृत 5F विजन के अनुरूप, यह किसानों की आय बढ़ाने में मदद करेगा। भारत के पारंपरिक कपड़ा क्षेत्र को फिर से जीवंत करने के लिए गुणवत्तापूर्ण कपास की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करेगा।
Updated on:
01 Feb 2025 01:04 pm
Published on:
01 Feb 2025 01:03 pm
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