
Mule Account: धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को देख कर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैंकों से ''म्यूल अकाउंट' (Mule accounts) पर लगाम कसने का आर्डर पास किया है। मनी लॉन्ड्रिंग के लिए स्कैमर्स आज कल कई तरह के गैर कानूनी तरीके अपना रहे है। स्कैमर्स को पहचानना रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के लिए बड़ी चुनौती बनता जा रहा है।
म्यूल अकाउंट ऐसे बैंक खाते हैं, जो गैरकानूनी गतिविधियों से पैसा हासिल और ट्रांसफर करके अवैध ट्रांजेक्शन के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं। भारत में, ये अकाउंट अक्सर ऐसे लोग खोलते हैं, जो कुछ पैसे, कमीशन या शुल्क लेकर दूसरों को अपने खाते के जरिये पैसों का ट्रांजेक्शन करने की सुविधा देते हैं।
बैंक के लिए इसका पता लगाना काफी मुश्किल होता है। हालांकि, अकाउंट पर सख्त कंट्रोल और खातों में किए जाने वाले लेन-देन पर लगातार निगरानी रखकर बैंक इन खातों की पहचान करती है। संदेह होने पर इन खातों को फ्रीज या बंद भी किया जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पता चला है कि एक भारतीय बैंक में 10 में से 9 म्यूल खाते पकड़े नहीं गए। स्टडी में पाया गया कि इन म्यूल अकाउंट्स में शुरुआती मनी म्यूल एक्टिविटी भारत के भीतर ही शुरू होने के बावजूद बैंक इसे पकड़ नहीं पाया। बाद में ट्रांजेक्शन के लिए इंटरनेशनल वीपीएन का इस्तेमाल किया गया।
RBI की तरफ से हमेशा ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे आकर्षक ऑफरों, इजी मनी और नौकरियों के ऑफर वाले कम्युनिकेशंस को लेकर सावधान रहे। आसान से कामों के लिए ज्यादा सैलरी की लालच में ना आएं। नौकरी के अस्पष्ट ऑफरों खास कर जिनमें मनी ट्रांसफर की बात जुड़ी हो उनमें विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए।
Updated on:
26 Sept 2024 05:48 pm
Published on:
26 Sept 2024 03:59 pm
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