
Lok Sabha Elections 2024 : आंध्रप्रदेश पर नजरें गड़ाए बैठे विश्लेषकों की दिलचस्पी इस बात में नहीं है कि यहां बाजी वाईएसआर कांग्रेस के हाथ लगेगी या तेलुगूदेशम पार्टी के हाथ। दिलचस्पी इस बात में है कि दक्षिण के इस राज्य में इस बार राष्ट्रीय दलों का खाता खुलेगा या नहीं? पांच साल पहले हुए लोकसभा चुनाव में वाईएसआर कांग्रेस के ‘पंखे’ की हवा में न ‘हाथ’ टिक पाया और न ‘कमल’ खिल पाया। भाजपा भले ही देश में 370 पार का दावा ठोक रही हो, पर आंध्रप्रदेश में चुनावी जीत दर्ज करने के लिए इस बार उसे चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी से गठजोड़ करना पड़ा है।
25 लोकसभा सीटों वाले राज्य में राष्ट्रीय दलों के सामने चुनौती बड़ी है। उनके सामने क्षेत्रीय दलों से गठबंधन के अलावा कोई विकल्प नहीं है। पिछले लोकसभा चुनाव में टीडीपी को 40.19% और जनसेना पार्टी को 5.87% मत मिले थे। ऐसे में भाजपा को यहां एनडीए का कुनबा बढ़ाने में ही अपना हित दिखा और पुराने सहयोगी टीडीपी के साथ जनसेना पार्टी को गठबंधन में शामिल कर लिया गया। एनडीए लोकसभा और विधानसभा चुनाव यहां टीडीपी के साथ मिलकर लड़ने जा रहा है।
राष्ट्रीय दलों को नहीं मिली एक भी सीट
पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में आंध्रप्रदेश में 51 राजनीतिक दलों ने चुनाव लड़ा था और इनमें से 49 ऐसे दल हैं जिन्हें एक भी सीट नहीं मिली। इनमें भाजपा, कांग्रेस व बसपा जैसे राष्ट्रीय दल भी शामिल हैं। भाजपा व बसपा को 1% मत भी नहीं मिले। कांग्रेस को 1.31% मतों से संतोष करना पड़ा था। नौ राजनीतिक दल ऐसे हैं, जिन्हें एक हजार मत भी नहीं मिले।
दो ही दलों को मिली सफलता
लोकसभा की 25 सीटों में से वाइएसआर कांग्रेस को 22 और टीडीपी को 3 सीटें मिली थीं। इन 25 सीटों के लिए इस बार एनडीए और इंडिया गठबंधन की ओर से चालें चली जा रही हैं। आंध्रप्रदेश में विधानसभा की 175 सीटों के लिए भी चुनाव होंगे। ऐसे में इस राज्य पर दोनों गठबंधनों का खास फोकस है। क्षेत्रीय दलों का दबदबा, भाजपा और कांग्रेस के लिए चुनौती है।
लोकसभा चुनाव 2019 : वोट शेयर
वाईएसआर कांग्रेस : 49.89%
टीडीपी : 40.19%
जेएनपी : 5.89%
बसपा : 0.27%
भाजपा : 0.98%
सीपीआई : 0.09%
कांग्रेस : 1.31%
विधानसभा चुनाव 2019 में दल और सीटें
23 : टीडीपी
151 : वाईएसआर कांग्रेस
1 : जेएनपी
Published on:
28 Mar 2024 08:46 am
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