
Sharad Pawar indulging in hate politics of caste-religion: Raj Thackeray
Loudspeaker Row Raj Thackeray : आज MNS चीफ राज ठाकरे ने आज लाउडस्पीकर के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने इस दौरान कहा कि ये आंदोलन एक दिन का नहीं, बल्कि आने वाले समय में भी चलेगा। धर्म की रक्षा करना और पालन करना एक जगह है और कानून का पालन करना दूसरी जगह। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, "मैंने सरकार और मस्जिदों को 4 तारीख तक का समय दिया था कि लाउडस्पीकर पर न चलाएं, लेकिन इसके बावजूद कई मस्जिदों ने नियम तोड़ें। मैं सभी मस्जिद चलाने वाले प्रबंधन का आभार व्यक्त करता हूँ जिन्होंने इस बात को समझा और लाउडस्पीकर नहीं चलाया। 1140 मस्जिद हैं मुंबई में, उसमें 135 मस्जिदों पर सुबह 5 बजे से पहले लाउडस्पीकर से अजान चलाई गई। क्या पुलिस उनपर एक्शन लेगी या केवल कार्यकर्ताओं पर ही एक्शन लेगी? ये मुद्दा केवल मेरा नहीं बल्कि सबका है।"
ये केवल मस्जिदों का मुद्दा नहीं
राज ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "मैंने जो बात कही थी उसका प्रभाव दिखा, सरकार तक ये बात पहुंची, और सभी मस्जिदों ने इसपर अमल भी किया। ये केवल मस्जिदों की बात नहीं है, जहां भी इस तरह से लाउडस्पीकर लगाए जाते हैं उनके खिलाफ एक्शन लिया जाना चाहिए। ये मुद्दा केवल मस्जिदों का नहीं, बल्कि मंदिरों का भी है। जहां भी सुप्रीम कोर्ट का आदेश का पालन नहीं किया गया तो हम उसका विरोध करेंगे।"
सुप्रीम कोर्ट की अवमानना
राज ठाकरे ने कहा, "मैं सुप्रीम कोर्ट का भी देख रहा हूं जो कोर्ट की अवमानना कर रहे हैं, उनके खिलाफ कोर्ट क्या आदेश देगा? क्या केवल आदेश देगा या कोई एक्शन भी लेगा।"
अवैध मस्जिदों को लाउडस्पीकर चलाने की अनुमति क्यों?
राज ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "सरकार कह रही है कि सरकार ने मस्जिदों को लाउडस्पीकर लगाने की अनुमति दी है। मुझे समझ नहीं आ रहा कि अवैध मस्जिदों को कैसे दे दी? ये केवल सुबह की अजान की बात नहीं है, बल्कि दिन में या कभी भी लाउडस्पीकर क्यों चलाया जाता है? किसी दिन का समझ आता है, लेकिन पूरे 365 दिनों तक लाउडस्पीकर चलाने की अनुमति कैसे? हमें गणेश चतुर्थी पर केवल 10 दिनों की अनुमति मिलती है। मैंने सरकार को पत्र लिखकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का भी हवाला दिया था।"
मस्जिद जाइए, अजान कीजिए, लाउडस्पीकर क्यों?
राज ठाकरे ने आगे कहा, "हमारी केवल मांग है कि अवैध तरीके से जो लाउडस्पीकर लगाए गए हैं उसे उतारे जाए। यदि ऐसा नहीं होता है तो हम लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा चलाएंगे। मस्जिद जाइए, अजान कीजिए, लेकिन लाउडस्पीकर क्यों?"
कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कोई एक्शन क्यों नहीं?
राज ठाकरे ने मीडिया से बातचीत में कहा, "मेरा केवल ये कहना है कि वो इसे धार्मिक रंग देंगे तो हम भी उसी तरह जवाबव देंगे। हम शांति से ये बात करना चाहते हैं। क्यों हमारे लोगों को पकड़ा जा रहा, या गिरफ्तार किया जा रहा है? जो कानून तोड़ रहे उनके खिलाफ एक्शन क्यों नहीं?"
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ये आंदोलन एक दिन का नहीं
राज ठाकरे ने स्पष्ट किया, "ये विषय एक दिन का नहीं है, मैं सभी तो यही बता रहा हूँ। जिन जिन मस्जिदों में ये सब चलेगा हम वहाँ हनुमान चालीसा चालू रखेंगे। मेरा दूसरा सवाल ये है कि सुबह 5 बजे से पहले 135 मस्जिदों में जिस तरह से अजान लाउडस्पीकर पर चलाया गया उसके खिलाफ एक्शन क्यों नहीं? आप त्योहार पर बजाइए, खास अवसर पर बजाइए सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करिए हमें इससे कोई दिक्कत नहीं है।"
कानून तोड़ने वालों से सवाल क्यों नहीं?
राज ठाकरे ने आगे कहा, "कानून व्यवस्था का सवाल हमसे क्यों? आप उनसे सवाल करिए न जो कानून तोड़ रहे? मेरा बस इतना कहना है कानून का पालन करिए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करिए मुझे कोई आपत्ति नहीं है। मुझे जो कहना है मैंने कह दिया अब कोई सवाल जवाब मैं नहीं करना चाहता।"
Updated on:
04 May 2022 01:49 pm
Published on:
04 May 2022 01:33 pm
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