31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जय श्री राम का नारा लगवाया, नहीं बोलने पर की पिटाई, बेंगलुरु में एफआईआर दर्ज

बेंगलुरु के संपीगेहल्ली पुलिस स्टेशन के पास रविवार शाम एक अज्ञात समूह ने वसीम अहमद और उसके दोस्त पर हमला कर दिया और उनसे जय श्री राम के नारे लगाने को कहा। हालांकि घटना के समय मौजूद एक व्यक्ति ने नारे वाली बात से इनकार किया है।

2 min read
Google source verification

भारत

image

Himadri Joshi

Jun 25, 2025

bengaluru crime

bengaluru crime (प्रतीकात्मक फोटो)

बेंगलुरु में एक ऑटोरिक्शा ड्राइवर और उसके दोस्त पर एक अज्ञात समूह ने हमला कर दिया। उनका कहना है कि हमलावरों ने उन्हें जय श्री राम का नारा लगाने को कहा और ऐसा नहीं करने पर उनके साथ मारपीटाई की गई। हालांकि पुलिस रिपोर्ट के अनुसार इस दावे को साबित करने के लिए अभी कोई सबूत नहीं मिले है और साथ ही हमले वाली जगह मौजूद एक व्यक्ति ने भी नारे लगाने के लिए मजबूर करने वाली बात से इनकार किया है।

छह से आठ लोगों के समूह ने किया हमला

घटना रविवार शाम 4:30 से 6:30 बजे के संपीगेहल्ली पुलिस स्टेशन के पास हुई है। वसीम अहमद ने बताया कि, उसने हेगड़े नगर में एजेबीजे मैदान के पास शौच के लिए अपना ऑटो रोका था तभी छह से आठ लोगों का एक समूह उनके पास आया और उनसे जय श्री राम का नारा लगाने को कहने लगा। उनके मना करने पर समूह के लोग उनके साथ गाली गलौज करने लगे और फिर मार पीट शुरु कर दी।

एक दोस्त भागने में हुआ सफल

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें अहमद यह कहता दिख रहा है कि उसे नारा लगाने के लिए मजबूर किया गया। इसके बाद समूह ने उन पर हमला कर दिया और उसका दोस्त भागने में कामियाब हो गया। लेकिन अहमद के साथ बदमाशों ने मारपीट की जिससे उसे काफी चोट आई। अस्पताल में दर्ज मेडिकल - लीगल रिपोर्ट के अनुसार, अहमद को गंभीर चोटें आई है और उसे एक कान से कम भी सुनाई दे रहा है।

पुलिस ने कही यह बात

अहमद और उसके दोस्त का दावा है कि उनके साथ मारपीट कर उन्हें जय श्री राम के नारे लगाने को कहा गया लेकिन पुलिस के अनुसार शुरुआती जांच में इस दावे का समर्थन करने वाले को सबूत नहीं मिले है। डिप्टी कमीश्नर ऑफ पुलिस सजीथ बाथे ने कहा कि अहमद की शिकायत में नारे से संबंधित कोई बात नहीं कही गई है। उन्होंने कहा कि हम इस बात की फिर से जांच करेंगे।

प्रत्यक्षदर्शा के अनुसार नारा लगाने को नहीं कहा गया

पुलिस ने मामला दर्ज कर तीन गवाहों के बयान दर्ज किए है। इसके अलावा पुलिस ने एक चौकीदार का भी बयान लिया है जो घटना के समय वहां मौजूद था। उसने कहां कि उसने हमलावरों को किसी तरह के नारे लगाने के लिए अहमद को मजबूर करते नहीं देखा। लेकिन अहमद का कहना है कि उस पर हमला नारा लगाने से मना करने के बाद ही किया गया था। पुलिस ने मामले में शिकायत दर्ज कर संदिग्धों की तलाश शुरु कर दी है।