भारतीय यूनिकॉर्न की औसत वार्षिक वृद्धि अमरीका, ब्रिटेन से भी तेज
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा भारतीय यूनिकॉर्न की औसत वार्षिक वृद्धि दर अमरीका, ब्रिटेन सहित अन्य देशों की तुलना में अधिक है। इसके साथ ही विश्लेषकों का यह भी कहना है कि आने वाले सालों में इन आंकड़ों में तेजी से उछाल आएगा। अच्छी बात यह है कि हमारे यूनिकॉर्न ई-कॉमर्स, फिन-टेक, एड-टेक, बायो-टेक जैसे कई क्षेत्रों में काम कर रहे हैं।
इसके साथ ही उद्यमी श्रीधर वेम्बु के बारे में बताते हुए कहा वे स्वयं भी एक सफल उद्यमी हैं, जिन्हें हाल ही में पद्म पुरस्कार मिला है। अब उन्होंने अन्य उद्यमियों को तैयार करने का कार्य भी अपने हाथ में ले लिया है। श्रीधर ने अपने काम की शुरुआत एक ग्रामीण क्षेत्र से की है। वह गांव में ही रहकर ग्रामीण युवाओं को इस क्षेत्र में कुछ करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। हमारे पास मदन पदाकी जैसे लोग भी हैं जिन्होंने ग्रामीण उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए 2014 में वन-ब्रिज नाम से एक मंच बनाया था। आज वन-ब्रिज दक्षिणी और पूर्वी भारत के 75 से अधिक जिलों में मौजूद है। इससे जुड़े 9 हजार से अधिक ग्रामीण उद्यमी ग्रामीण उपभोक्ताओं को अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
वहीं प्रधानमंत्री ने आगे कहा मैंने यहां कुछ ही नामों का उल्लेख किया है, लेकिन आज हमारे बीच मेंटर्स की कमी नहीं है। यह हमारे लिए बहुत खुशी की बात है कि आज देश में स्टार्ट-अप के लिए एक संपूर्ण सपोर्ट सिस्टम विकसित हो रहा है। मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में हमें भारत की स्टार्ट-अप दुनिया में प्रगति की एक नई उड़ान देखने को मिलेगी।
तीर्थ सेवा के बिना तीर्थ यात्रा अधूरी
चार-धाम के बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस समय देश में चार-धाम चल रही है। इस यात्रा में खासकर केदारनाथ में रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। लोग अपनी 'चार-धाम यात्रा' के सुखद अनुभव को भी शेयर कर रहे हैं, लेकिन मैंने यह भी देखा है कि केदारनाथ में कुछ तीर्थयात्रियों गंदगी फैला रहे हैं , जिससे कुछ श्रद्धालु बहुत दुखी भी हैं। सोशल मीडिया पर भी कई लोगों ने इस बारे में अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा हम पवित्र यात्रा पर जाए और वहां पर गंदगी के ढेर हो ये ठीक बात नहीं है।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि इन शिकायतों के बीच कई अच्छी तस्वीरें भी देखने को मिल रही हैं वहां सृजन और सकारात्मकता भी है। कई श्रद्धालु साफ-सफाई भी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा हमारे यहां जैसे तीर्थ यात्रा का महत्व है वैसे ही तीर्थ सेवा का भी महत्व बताया गया है। मैं तो यह भी कहूंगा तीर्थ सेवा के बिना तीर्थ यात्रा भी अधूरी है।
केदारनाथ में श्रद्धालुओं ने फैलाया कचरा, वैज्ञानिक बोले - यही बनता है तबाही का कारण
Sharing this month's #MannKiBaat. Tune in. https://t.co/pa2tlSlVCD
— Narendra Modi (@narendramodi) May 29, 2022
योग दिवस का थीम मानवता के लिए योग
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा अगले महीने 21 जून को हम 8वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने जा रहे हैं। इस बार योग दिवस की थीम है मानवता के लिए योग है। मैं आप सभी से आग्रह करूंगा कि 'योग दिवस' को बड़े उत्साह के साथ मनाएं। इसके साथ ही अमृत महोत्सव को ध्यान में रखते हुए देश के 75 प्रमुख स्थानों पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का भी आयोजन किया जाएगा। इसके लिए कई संगठन और देशवासी अपने-अपने स्तर पर तैयारी कर रहे हैं।