विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हेमकुंड साहिब और लक्ष्मण मंदिर के खुले कपाट, दो साल बाद लौटी रौनक
Uttarakhand | Heaps of plastic waste & garbage pile up on the stretch leading to Kedarnath as devotees throng for Char Dham Yatra pic.twitter.com/l6th87mxD9
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 22, 2022
विलुप्त हो रहे औषधीय पौधे
HAPPRC (एचएपीपीआरसी) के निदेशक प्रों एम सी नौटियाल ने बताया कि इस साल पर्यटकों की आने की संख्या काफी बढ़ी है, जिसके कारण प्लास्टिक कचरा भी बढ़ गया है। इसके कारण प्राकृतिक वनस्पति प्रभावित हुई है व औषधीय पौधे भी विलुप्त हो रहे हैं।
The tourist inflow has risen manifold due to which plastic garbage has increased as we don't have proper sanitation facilities. This has affected the natural vegetation. Medicinal plants are getting extinct as well:Prof. MC Nautiyal, Director, HAPPRC pic.twitter.com/ElPTlaCP8l
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 22, 2022
लाखों लोगों ने कराया यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन
चार धाम यात्रा के लिए लाखों लोगों ने रजिस्ट्रेशन करा रखा है, यहां तक कि मई महीने के लिए कोई भी स्लॉट नहीं बचा है। इसके साथ ही आज विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हेमकुंड साहिब और लक्ष्मण मंदिर का भी कपाट खोल दिया गया है।
उचित व्यवस्था के लिए तय की गई है संख्या
श्रद्धालुओं को बिना रूकावट उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए रोजाना जाने वाले यात्रियों की संख्या तय की गई है। आपको बता दें कि बद्रीनाथ धाम में एक दिन में 16 हजार, केदारनाथ धाम में 13 हजार, गंगोत्री और यमुनोत्री में 8-8 हजार वहीं आज से शुरू हुए हेमकुंड साहिब में 5 हजार श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं।