केरल पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये जा रहे PFI के कई सदस्यों को छोड़ने की मांग कर रहा PFI संगठन आज भारी विरोध कर रहा है। भारी संख्या में PFI के कार्यकर्ता सीएम आवास की ओर बढ़ रहे हैं जिन्हें रोकने के लिए वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया। इसके बावजूद ये प्रोटेस्ट थमने का नाम नहीं ले रहा। सभी मांग कर रहे हैं PFI के नेताओं को रिहा किया जाए। वहीं, पुलिस ने कहा कि एक्शन नहीं रुकेगा। आगे और भी लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा और सख्त एक्शन लिया जाएगा। पुलिस ये भी ऐंगल देख रही है कि बच्चों को किस तरह से हेट स्पीच के लिए तैयार किया जा रहा है।
रउफ शरीफ ने कहा- PFI को जानबूझकर बनाया जा रहा निशाना
पीएफआई के प्रदेश सचिव सीए रउफ शरीफ ने इसपर कहा, “केरल में पुलिस द्वारा कई PFI सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। ये हेट स्पीच को लेकर एक्शन नहीं है। पूरे केरल में संगठन को निशाना बना है जो गलत है। हम एक संगठन है जिसने आरएसएस के खिलाफ नारे लगाए लेकिन जो नारे हमने तैयार किये थे उसकी बजाय बच्चे ने अचानक से अपने मन से नारे लगाने शुरू कर दिए। इसको लेकर PFI की कोई सहमति नहीं थी।”
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रउफ शरीफ ने आगे जानकारी दी कि “हम आज केरल पुलिस के एक्शन के खिलाफ सीएम के आधिकारिक निवास की तरफ मार्च कर रहे हैं। हमारी मांग है कि इस तरह के पुलिस एक्शन को तुरंत रोका जाए। एक्शन केवल लोकतान्त्रिक रूप से ही लिया जाना चाहिए।”क्या है मामला?
दरअसल, अलप्पुझा में 21 मई को पीएफआई की रैली में भड़काऊ नारे लगाए गए थे जिसमें एक बच्चे द्वारा भड़काऊ नारे लगाए गए थे। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। इसके बाद से केरल सरकार ने इस तरह के भड़काऊ भाषण के लिए एक्शन लेने का काम शुरू कर दिया। केरल पुलिस ने इस मामले में बच्चे के पिता को भी हिरासत में लिया। इसके अलावा पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की रैली आयोजित करने वाले नेता याहिया तंगल समेत 27 लोगों को भी गिरफ्तार किया था।
गौरतलब है कि केंद्रीय जांच एजेंसी ED प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट (Prevention of Money Laundering Act, PMLA) के तहत PFI की जांच कर रही है। इसी जांच में चीनी फंड का भी खुलासा हुआ था जो PFI को मिल रहे थे। इस एक्शन का भी PFI विरोध कर रहा है।