
National Herald Case ED Interrogate Sonia Gandhi Congress Protest At Rajghat Rejected
नेशनल हेराल्ड केस में ईडी की ओर से लगातार पूछताछ की जा रही है। इसी कड़ी में एक बार फिर 26 जुलाई को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से तीन घंटे पूछताछ की गई। हालांकि इसके बाद उन्हें लंच ब्रेक दिया गया है। इससे पहले सोनिया गांधी के समर्थक और कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राजघाट पर प्रदर्शन करने की अनुमति मांगी, जिसे खारिज कर दिया गया है। इसके साथ ही राजघाट पर धारा 144 भी लागू कर दी गई है। वहीं राजघाट पर कांग्रेस को प्रदर्शन ना करने की अनुमति को कांग्रेस ने लोकतंत्र की हत्या बताया है। कांग्रेस नेता अजय माकन ने प्रेस वार्ता के जरिए मोदी सरकार पर तीखा हमला भी बोला। इसके साथ ही कांग्रेस ने ईडी की पूछताछ और सत्याग्रह की अनुमति ना दिए जाने के विरोध में काले गुब्बारे उड़ाकर अपना विरोध जताया।
सोनिया गांधी की तबीयत को देखते हुए ईडी ने लगभग तीन दर्जन सवालों की लिस्ट तैयार की है। ईडी सोनिया से मामले से जुड़े सीधे सवाल पूछेगी और पूछताछ देर शाम तक चल सकती है।
वहीं सोनिया से ईडी की पूछताछ और राजघाट पर सत्याग्रह की इजाजत ना मिलने के चलते कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काले गुब्बारे उड़ाकर अपना विरोध जताया।
ईडी कांग्रेस की ओर से प्रवर्तित अखबार ‘नेशनल हेराल्ड’ का मालिकाना हक रखने वाली यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही है। इस कड़ी में सोनिया गांधी से एक दौर की पूछताछ की जा चुकी है। उनकी सेहत को देखते हुए ईडी ने उनसे ज्यादा देर पूछताछ नहीं की थी।
21 जुलाई को सोनिया गांधी से पूछताछ की थी, जो कि लगभग 3 घंटे तक चली थी. इस दौरान उनसे 28 सवाल किए गए थे। वहीं इसी मामले में उनके बेटे और यंग इंडिया के एक और साझेदार राहुल गांधी से ईडी 50 घंटे पूछताछ कर चुकी है।
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लोगों की आवाज दबा रही मोदी सरकार
सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ को लेकर कांग्रेस नेता अजय माकन ने प्रेस वार्ता के जरिए कहा कि, इस पूछताछ के विरोध में कांग्रेस देशभर में प्रदर्शन कर रही है। यही नहीं दिल्ली स्थिति राजघाट पर हमने सत्याग्रह करने का फैसला किया था। बहुत दुख की बात है कि भारत सरकार ने प्रमुख विपक्षी पार्टी को सत्याग्रह से मना कर दिया।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी पुलिस कमिश्नर से बात की अधिकारियों से बात की बावजूद इसके इजाजत नहीं दी गई। ये लोकतंत्र की हत्या है। मोदी सरकार लोगों की आवाज दबाने का काम कर रही है।
5 जून 2015 को बाबा रामदेव के समर्थन के अंदर राजघाट पर उत्सव के रूप में प्रदर्शन किया था, लेकिन कांग्रेस को यहां प्रदर्शन करने से मना कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि, अगर राजघाट पर ही सत्याग्रह नहीं किया जा सकता है तो ये सीधे-सीधे लोकतंत्र की हत्या है।
देश की जनता को यह कहना चाहते हैं बीजेपी की सरकार को समझाना चाहते हैं लोकतंत्र के दो पहिए होते हैं रूलिंग पार्टी और विपक्ष, एक भी पहिया रुक गया तो लोकतंत्र की हत्या हो जाएगी। ऐसे में दोनों पहियों को घूमने दें।
मनी लॉन्ड्रिंग हुई ही नहीं तो पूछताछ क्यों?
मनी लॉन्ड्रिंग के केस के लिए बुलाने की जरूरत ही नहीं है। 10 वर्ष पहले ही ईडी ने इस केस को खत्म कर दिया था। अब दोबारा इस केस को जिंदा करके सिर्फ यही वजह कि सरकार विपक्ष पर दबाव बना सके ताकि विपक्ष किसान, बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों को ना उठा सके। इसलिए ईडी का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।
सत्याग्रह करने का हमारा मूलभूत अधिकारी छीना जा रहा है। लोकतंत्र के इस प्रहार के खिलाफ कांग्रेस सत्याग्रह कर रही है। देशभर के कांग्रेस मुख्यालयों में ये सत्याग्रह किया जा रहा है। संसद में हमारे सांसद इस मुद्दे पर सवाल उठाएंगे।
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Updated on:
26 Jul 2022 02:45 pm
Published on:
26 Jul 2022 10:40 am
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