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अब इन शहरों पर मोदी सरकार का मेन फोकस! चमक जाएगी लोगों की किस्मत, सामने आया पूरा प्लान

मोदी सरकार का मेन फोकस अब टियर-2 और टियर-3 शहरों पर है। इन शहरों में निवेश आकर्षित करने के लिए सरकार बड़े स्तर पर प्रयास कर रही है, जिससे औद्योगिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिले और रोजगार के अवसर बढ़ें

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भारत

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Mukul Kumar

Jul 16, 2025

अब इन शहरों पर मोदी सरकार का मेन फोकस

दिल्ली-मुंबई के बाद पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का मेन फॉक्स भारत के कुछ खास शहरों पर है। सरकार इन शहरों में इन्वेस्टमेंट के लिए एंटरप्रेन्योर को बड़े लेवल पर आकर्षित करने में जुटी है। केंद्रीय मंत्री ने इस संबंध में जानकारी दी। इसके साथ, उन्होंने मोदी सरकार के पूरे प्लान के बारे में भी खुलकर बताया।

सरकार ने स्टार्टअप इकोसिस्टम को किया मजबूत- गोयल

दरअसल, भारत सरकार में कॉमर्स मिनिस्टर पियूष गोयल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने स्टार्टअप इकोसिस्टम को लगातार मजबूत किया है। अब सरकार का टियर 2 और 3 शहरों को विकसित करने का प्लान है। इसके लिए वहां के उद्यमियों को और अधिक सशक्त बनाने पर सरकार ने ध्यान केंद्रित किया है।

गोयल ने राष्ट्रीय स्टार्टअप सलाहकार परिषद (एनएसएसी) की 10वीं बैठक की अध्यक्षता की। इसमें उद्योग जगत के बड़े लोग, स्टार्टअप संस्थापक, नीति निर्माता और प्रमुख स्टेकहोल्डर्स एक साथ नजर आए।

निवेशकों को हर तरह से सहयोग करने की बात

मंत्री ने भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत करने और सरकार की तरफ से निवेशकों को हर तरह का सहयोग देने पर जोर दिया। गोयल ने एक्स प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में कहा कि बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि संयुक्त प्रयास एक जीवंत उद्यमशीलता परिदृश्य को पोषित करने और विकसित भारत 2047 की ओर बढ़ने में सहायक सिद्ध होंगे।

केंद्रीय मंत्री ने डीप-टेक स्टार्टअप्स के साथ उनके अनुभवों और अंतर्दृष्टि को समझने के साथ ही उनकी प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए बातचीत भी की।

उन्होंने कहा कि चर्चाएं वित्त पोषण तक बेहतर पहुंच, इंफ्रास्ट्रचर के समर्थन, नियामक सुविधा और वैश्विक बाजार संबंधों पर केंद्रित रहीं।

डीप-टेक पारिस्थितिकी तंत्र को कैसे मजबूत किया जाए और विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार को कैसे बढ़ावा दिया जाए, इस पर खास जानकारी साझा की गई। इस संवाद ने उभरती प्रौद्योगिकियों और उद्यमियों के लिए एक सहायक और भविष्य के लिए तैयार वातावरण बनाने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

2016 में लॉन्च हुआ था स्टार्टअप इंडिया

बता दें कि स्टार्टअप इंडिया को साल 2016 में लॉन्च किया गया था। इसने भारत के उद्यमशीलता परिदृश्य को बदल दिया है, नवाचार को भी बढ़ावा मिला है। युवाओं, महिलाओं, छात्रों और पहली बार स्टार्टअप शुरू करने वालों, खासकर टियर 2 और 3 शहरों के लोगों को स्टार्टअप इंडिया ने सशक्त बनाया है।

उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) द्वारा अब तक 1।75 लाख से ज्यादा स्टार्टअप्स को मान्यता दी जा चुकी है, जो भारत के लगभग हर जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, ऊर्जा और डीप टेक सहित विविध क्षेत्रों में फैले हुए हैं।