
गृह मंत्री अमित शाह (Photo-ANI)
राज्यसभा में बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह ऑपरेशन सिंदूर पर बोलने के लिए जैसे ही खड़े हुए विपक्षी सांसदों ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। अमित शाह के भाषण के बीच विपक्ष के सांसदों ने हंगामा किया। विपक्ष की मांग थी कि पीएम मोदी सभी मुद्दों पर खुद आकर जवाब दे। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर पीएम खुद सदन में आकर जवाब नहीं देते तो यह सदन का अपमान है। इसके साथ ही विपक्षी सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर लिया।
अमित शाह के भाषण के बीच विपक्षी सांसदों ने जमकर नारेबाजी की। इस पर अमित शाह ने कहा कि वह खुद जवाब दे रहे हैं। शाह ने कहा कि पीएम साहब को सुनने का ज्यादा शौक है क्या, मैं जवाब दे रहा हूं।
राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, आज इस सदन में खड़े होकर मैं वादा करता हूं कि जम्मू-कश्मीर आतंकवाद से मुक्त होगा। यह नरेंद्र मोदी सरकार का संकल्प है। अमित शाह ने कहा कि पहले हम सिर्फ डोजियर भेजते रहे, लेकिन नरेंद्र मोदी ने उन्हें (पाकिस्तान को) एयरस्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक से जवाब दिया, खौफ पैदा हो गया।
अमित शाह ने कहा कि सोमवार को हमारे सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन महादेव चलाया, जिसमें पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकवादी मारे गए। राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कल आप (कांग्रेस) पूछ रहे थे कि वे (पहलगाम आतंकवादी) आज के दिन क्यों मारे गए? उन्हें कल क्यों नहीं मारा जाना चाहिए था? क्योंकि राहुल गांधी को अपना भाषण देना था? यह इस तरह से काम नहीं करता। पूरा देश देख रहा है कि कांग्रेस की प्राथमिकता राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद को खत्म करना नहीं, बल्कि राजनीति, उनका वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति है।
राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हमने उनके (पाकिस्तान) आतंकी शिविरों, आतंकी लॉन्चिंग पैड्स और आतंकी प्रशिक्षण शिविरों पर हमला किया। लेकिन उन्होंने (पाकिस्तान ने) इसे अपने देश पर हमला माना। जवाब में 8 मई को पाकिस्तान ने भारत के आवासीय इलाकों और रक्षा प्रतिष्ठानों पर हमला किया। 9 मई को भारत ने पाकिस्तान के 11 रक्षा प्रतिष्ठानों और एयरबेस पर हमला कर उन्हें नष्ट कर दिया। इसके बाद, पाकिस्तान जवाबी कार्रवाई करने की स्थिति में नहीं था।
कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद मल्लिकार्जुन खरगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का यहां मौजूद ना होना सदन का अपमान है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को सदन में आकर अपनी बात रखनी चाहिए। क्यों कि उनसे संबंधित कई सवाल है, जिनका जवाब मिलना चाहिए। यदि पीएम मोदी सदन में नहीं आते हैं तो यह सदन का अपमान है।
Updated on:
30 Jul 2025 07:50 pm
Published on:
30 Jul 2025 07:40 pm
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