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राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ का पूर्ण सम्मान करते, लेकिन… जेपी नड्डा ने संसद में बलिदान देने तक की बात कही

JP Nadda on Vande Mataram Debate: संसद में वंदे मातरम पर हुई बहस में जेपी नड्डा कांग्रेस पर जमकर बरसे। इस बीच नड्डा ने कांग्रेस को जवाब देते हुए कहा कि वंदे मातरम बहस का उद्देश्य बदनामी करना नहीं है। इसका उद्देश्य भारत के इतिहास का सही रिकॉर्ड रखना है।

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भारत

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Kuldeep Sharma

Dec 11, 2025

वंदे मातरम डिबेट पर जेपी नड्डा

वंदे मातरम को राष्ट्रगान के समान दर्जा मिलना चाहिए: सांसद जेपी नड्डा (Photo-IANS)

Vande Mataram Row: राज्यसभा में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर हुई चर्चा का समापन करते हुए इस बहस का असल उद्देश्य समझाया। उन्होंने कहा कि इस बहस का उद्देश्य पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को बदनाम करना नहीं है। यह बहस भारत के इतिहास को सही ढंग से दर्ज करने में मदद करेगी। राज्यसभा में बोलते हुए BJP नेता ने कहा कि हम राष्ट्रगान का सम्मान करते हैं और इसके लिए हम बलिदान भी दे सकते हैं। इसके साथ ही नड्डा ने राष्ट्रगीत वंदे मातरम को राष्ट्रगान और राष्ट्र ध्वज के समान दर्जा देने की बात कही।

राष्ट्रगीत के प्रति पूरा सम्मान

संसद में बोलते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि वंदे मातरम पूरे देश को एकजुट रखने का मंत्र है। यही वह मंत्र/नारा था, जिससे अंग्रेजों को भी डर लगता था। लेकिन आज इसको राष्ट्रगीत के समान दर्जा नहीं मिल रहा है। उन्होंने वंदे मातरम पर हो रही चर्चा का उद्देश्य समझाते हुए कहा कि इसका उद्देश्य भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को बदनाम करना और उनकी आलोचना करना नहीं है। इसका उद्देश्य तो भारत के इतिहास को सही तरीके से दर्ज करना है। साथ ही उन्होंने राष्ट्रगान 'जन गण मन' के प्रति अपना समर्पण जाहिर करते हुए कहा कि हम, राष्ट्रगान के प्रति बलिदान तक दे सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि राष्ट्रगीत को भी राष्ट्रगान के ही बराबर दर्जा मिलना चाहिए।

स्थिति के प्रतिकूल होने पर पार्टी…

सांसद जेपी नड्डा ने पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने हमारे राष्ट्रगीत वंदे मातरम के महत्व और हमारी सांस्कृतिक विरासत से इसके जुड़ाव को नकार दिया था। जेपी नड्डा ने आर्काइव में मौजूद नेहरू के शब्दों का हवाला देते हुए कहा कि जब भी कोई घटना घटती है, तो जिम्मेदारी नेता की होती है। उस समय जवाहरलाल नेहरू कांग्रेस पार्टी के नेता थे, तो जिम्मेदारी भी उन्हीं की होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से अवसरवादी रही है और जब भी स्थिति पार्टी के अनुकूल होती है, तो श्रेय लेने के लिए नेहरू युग का हवाला देती है। हालांकि, उन्होंने आरोप लगाया कि जब स्थिति प्रतिकूल होती है, तो पार्टी जिम्मेदारी नहीं लेती और दूसरों पर दोष डालने की कोशिश करती रहती है।

कांग्रेस ने भी किया पलटवार

वंदे मातरम पर हुई चर्चा में BJP के द्वारा लगाए गए कांग्रेस पर आरोपों का जवाब देते हुए कांग्रेस के मुख्य सचेतक जयराम रमेश ने कहा कि सत्तारूढ़ BJP भारत के इतिहास को बदलने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर हुई बहस का पूरा उद्देश्य जवाहरलाल नेहरू को बदनाम करना था। लेकिन BJP पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू के साथ-साथ रवींद्रनाथ टैगोर और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों का भी अपमान कर रही है। जयराम रमेश ने BJP से सवाल पूछते हुए कहा कि क्या वे सरदार वल्लभभाई पटेल और नेताजी सुभाष चंद्र बोस को भी दोषी मानते हैं। क्योंकि वे भी वंदे मातरम के पहले दो छंदों को राष्ट्रीय गीत के रूप में सीमित करने के निर्णय में भागीदार थे। इसके साथ जयराम रमेश ने दावा किया कि राष्ट्रगान और राष्ट्रीय गीत का दर्जा हमेशा से एक जैसा रहा है और आगे भी यही रहेगा।