
काम की खबर! सरकार ने दी किसानों को तकनीकी सुविधा का तोहफ़ा, पंजीकरण में होगी आसानी, जानें...(photo-patrika)
PM Kisan Yojana: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम किसान योजना) के नाम पर साइबर ठगों ने देशभर में नया जाल बिछाया है। इस योजना के तहत पात्र किसानों को सालाना 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है, लेकिन साइबर अपराधी इसका फायदा उठाकर किसानों को ठग रहे हैं। हाल ही में बिहार के जहानाबाद जिले के मखदुमपुर थाना क्षेत्र में एक ऐसा मामला सामने आया, जहां साइबर ठगों ने फर्जी लिंक के जरिए एक किसान के मोबाइल को हैक कर लिया और उनके संपर्कों को भी निशाना बनाया। प्रशासन ने किसानों को सतर्क रहने की चेतावनी जारी की है।
जहानाबाद के खसखोरी गांव निवासी प्रकाश कुमार के मोबाइल पर पीएम किसान योजना के नाम से एक फर्जी लिंक आया। लिंक पर क्लिक करते ही उनके फोन में बैकडोर मालवेयर इंस्टॉल हो गया, जिससे साइबर अपराधियों ने फोन का पूरा नियंत्रण हासिल कर लिया। इसके बाद उनके संपर्कों में मौजूद सभी नंबरों पर वही फर्जी लिंक भेजा गया। साइबर डीएसपी रेणु कुमारी ने बताया कि इस तरह के मालवेयर स्क्रीन रिकॉर्डिंग, ओटीपी और बैंकिंग जानकारी चुराने में सक्षम हैं, जिससे ठग बैंक खातों से पैसे निकाल लेते हैं। जहानाबाद का यह मामला देशभर में बढ़ती साइबर ठगी का एक उदाहरण है।
साइबर अपराधी सोशल मीडिया, व्हाट्सएप और फर्जी कॉल्स के जरिए किसानों को निशाना बना रहे हैं। वे पीएम किसान योजना में रजिस्ट्रेशन, नई किस्त या ई-केवाईसी अपडेट के नाम पर फर्जी लिंक भेजते हैं। इन लिंक्स पर क्लिक करने से फोन हैक हो जाता है, जिससे अपराधी बैंक खातों, आधार और पैन कार्ड जैसी संवेदनशील जानकारी चुरा लेते हैं। कई मामलों में ओटीपी साझा करने से लाखों रुपये की चपत लग चुकी है। उदाहरण के लिए, हैदराबाद में एक व्यक्ति ने फर्जी लिंक पर क्लिक कर 1.9 लाख रुपये गंवाए। पुलिस ने साइबर हेल्पलाइन 1930 और cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करने की सलाह दी है।
पुलिस और विशेषज्ञों ने किसानों को साइबर ठगी से बचने के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए हैं:
पीएम किसान योजना में आवेदन के लिए किसान आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके अलावा, नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) पर जाकर भी आवेदन किया जा सकता है। आवेदन के दौरान आधार, बैंक खाता और जमीन के दस्तावेजों की जरूरत होती है। किसी भी अनजान व्यक्ति या लिंक के जरिए जानकारी साझा न करें।
Published on:
20 Aug 2025 07:55 pm
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
राष्ट्रीय
ट्रेंडिंग
