रिकॉर्ड तीसरी बार बने देश के प्रधानमंत्री
17 सितंबर 1950 को गुजरात के मेहसाणा जिले के वडनगर में पैदा हुए नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने लगातार तीन कार्यकाल (2001-14) तक राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया और अब वह रिकॉर्ड तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री हैं।‘सेवा पखवाड़ा’ या ‘सेवा पर्व’
हर साल की तरह इस बार भी भाजपा प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में 17 सितंबर को ‘सेवा पखवाड़ा’ या ‘सेवा पर्व’ शुरू करने जा रही है। इस पहल के तहत देशभर में रक्तदान शिविर और स्वच्छता अभियान चलाए जाएंगे।सार्वजनिक स्थानों पर चलाएंगे सफाई अभियान
इसके साथ ही पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता अस्पतालों, स्कूलों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर सफाई अभियान चलाएंगे। स्वच्छ भारत अभियान, मोदी सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है, जिसे हाल ही में एक अंतरराष्ट्रीय विज्ञान पत्रिका नेचर ने बढ़ावा दिया था, जिसमें दावा किया गया कि इस अभियान ने 60,000 से 70,000 शिशु मृत्यु को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।नशे में धुत डॉक्टर ने किया रेप का प्रयास, नर्स ने काट डाला प्राइवेट पार्ट, और फिर…
4,000 किलो शाकाहारी भोजन परोसा जाएगा
प्रधानमंत्री मोदी के 74वें जन्मदिन के उपलक्ष्य पर राजस्थान की प्रसिद्ध अजमेर शरीफ दरगाह पर 4,000 किलो शाकाहारी भोजन परोसा जाएगा। गुजरात के सूरत में कई व्यापारियों ने 17 सितंबर को अपने उत्पादों पर 10 से 100% तक की छूट की घोषणा की है। यह छूट होटल, बाजार, परिवहन सेवाओं सहित विभिन्न क्षेत्रों में लागू होगी।प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले कुछ वर्षों में अपना जन्मदिन कुछ इस अंदाज में मनाया…
साल 2023 – पिछले साल पीएम मोदी ने अपना जन्मदिन देश के किसानों, शिल्पकारों और कारीगरों के लिए एक गेमचेंजर योजना की घोषणा करके मनाया था। पीएम मोदी ने 17 सितंबर 2023 को ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ शुरू की, इसका लक्ष्य कारीगरों को कौशल प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाना है। पीएम मोदी ने दो प्रमुख परियोजनाओं – इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (आईआईसीसी) और दिल्ली एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन का विस्तार भी शुरू किया था।अब गाड़ी के चालान पर 50% की छूट! सरकार का बड़ा फैसला, लेकिन माननी होगी ये शर्त
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में उनके शुभचिंतकों ने जमकर जश्न मनाया और उनकी उम्र के प्रतीक के रूप में पारंपरिक केक की जगह 73 किलो का लड्डू केक काटा। हनुमान मंदिर में हर्षोल्लास के साथ ‘अखंड रामायण पाठ’ का भी आयोजन किया गया।