
Big program in Bhaisola on 17 September on PM Modi's birthday (Photo-IANS)
PM Modi visit to Himachal and Punjab: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानी मंगलवार को बाढ़ और भूस्खलन से बुरी तरह प्रभावित हिमाचल प्रदेश और पंजाब का दौरा करेंगे। यह यात्रा उत्तरी भारत में मानसून की भयंकर तबाही का जायजा लेने और राहत कार्यों की समीक्षा करने के उद्देश्य से है। लगातार हो रही भारी बारिश ने इन राज्यों में व्यापक विनाश मचाया है, जिसमें सैकड़ों जानें गई हैं, हजारों लोग बेघर हुए हैं और अरबों रुपये का नुकसान हुआ है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, मोदी जी व्यक्तिगत रूप से स्थिति का मूल्यांकन करेंगे और प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनकी पीड़ा को साझा करेंगे। यह दौरा केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि आपदा प्रभावित राज्यों को अकेला नहीं छोड़ा जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी दोपहर लगभग 1:30 बजे कांगड़ा एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। वहां से वे हिमाचल के बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे, जिसमें कांगड़ा, मंडी, कुल्लू और चंबा जैसे जिले शामिल हैं। इसके बाद, धरमशाला में एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और अन्य अधिकारी शामिल होंगे। पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने स्वागत करते हुए कहा कि वे पीएम को राज्य में हुई तबाही की पूरी जानकारी देंगे।
हिमाचल में 20 जून से अब तक 95 बाढ़, 45 बादल फटने और 132 बड़े भूस्खलन दर्ज किए गए हैं। 366 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 41 लापता हैं। नुकसान का अनुमान 3,959 करोड़ रुपये से अधिक है। 869 सड़कें अवरुद्ध हैं, 1,572 बिजली लाइनें कटी हुई हैं और 389 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हैं। केंद्र ने चंबा और कुल्लू के लिए दो टीमें भेजी हैं, जो नुकसान का आकलन कर रही हैं। राज्य सरकार ने इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है। पीएम बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आपदा मित्र टीमों से मिलेंगे, ताकि राहत प्रयासों को गति दी जा सके।
हिमाचल दौरे के बाद, प्रधानमंत्री मोदी लगभग 3 बजे पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। शाम 4:15 बजे वे गुरदासपुर पहुंचेंगे, जहां वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे और जमीनी स्थिति पर समीक्षा बैठक करेंगे। पंजाब बीजेपी प्रमुख सुनिल जाखड़ ने कहा कि पीएम बाढ़ प्रभावित भाई-बहनों और किसानों से मिलेंगे, उनकी पीड़ा साझा करेंगे और अधिकतम सहायता सुनिश्चित करेंगे।
राज्य में 1,996 गांव 22 जिलों में डूबे हुए हैं, 3.8 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। 46 मौतें हो चुकी हैं, जबकि 1.75 लाख हेक्टेयर फसलें नष्ट हुई हैं। नुकसान 13,289 करोड़ रुपये का अनुमानित है। सतलज, ब्यास, रावी और घग्गर नदियों के किनारे बांधों को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया जाएगा, जो अवैध खनन से कमजोर हो गए हैं। केंद्र ने पहले ही कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को भेजा था, और दो केंद्रीय टीमें नुकसान का आकलन कर रही हैं। पीएम सीमावर्ती जिलों जैसे पठानकोट, अमृतसर और फिरोजपुर का भी जायजा लेंगे।
Updated on:
08 Sept 2025 07:14 pm
Published on:
08 Sept 2025 07:09 pm
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
राष्ट्रीय
ट्रेंडिंग
