
Rahul Gandhi again accused of vote theft in MP elections (IANS)
Bihar Election: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बिहार में अपनी 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान रविवार को अररिया में एक संयुक्त प्रेस वार्ता में चुनाव आयोग (Election Commission of India) पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी (BJP) का सहयोगी बन चुका है और बिहार में 'वोट चोरी' की कोशिश कर रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि वे किसी भी हाल में बिहार में वोटों की चोरी नहीं होने देंगे।
अररिया में इंडिया गठबंधन की प्रेस वार्ता में राहुल गांधी ने कहा कि उनकी 'वोटर अधिकार यात्रा' की सफलता यह साबित करती है कि बिहार के करोड़ों लोग वोट चोरी के मुद्दे को सच मानते हैं। उन्होंने कहा, "इस यात्रा में लोग खुद-ब-खुद जुड़ रहे हैं। चुनाव आयोग का काम स्वच्छ और सही मतदाता सूची देना है, लेकिन हरियाणा, महाराष्ट्र और कर्नाटक में उसने ऐसा नहीं किया। बिहार में भी उसका व्यवहार वोट चोरी को बढ़ावा देने वाला है।"
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग अपनी विश्वसनीयता को खुद ही नुकसान पहुंचा रहा है। उन्होंने कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां वोटर सूची को लेकर उनके द्वारा उठाए गए सवालों पर आयोग ने उनसे ही एफिडेविट मांगा, जबकि भाजपा नेता अनुराग ठाकुर द्वारा उठाए गए इसी तरह के मुद्दे पर उनसे कोई एफिडेविट नहीं मांगा गया। उन्होंने कहा, "मीडिया को भी पता है कि चुनाव आयोग किसके साथ खड़ा है।"
राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' 17 अगस्त को बिहार के सासाराम से शुरू हुई थी। इस यात्रा का उद्देश्य मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों और 'वोट चोरी' के खिलाफ जनजागरूकता फैलाना है। इंडिया गठबंधन के तहत इस यात्रा में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव सहित गठबंधन के अन्य प्रमुख नेता शामिल हैं। यह यात्रा 16 दिनों में लगभग 20 जिलों को कवर करते हुए 1,300 किलोमीटर का सफर तय करेगी। इसका समापन 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में एक विशाल रैली के साथ होगा।
राहुल गांधी और इंडिया गठबंधन का आरोप है कि चुनाव आयोग की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया में गड़बड़ियां की जा रही हैं, जिससे लाखों वैध मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जा रहे हैं। उनका दावा है कि यह सत्तारूढ़ दल को फायदा पहुंचाने की साजिश है। इस यात्रा को विपक्ष 'लोकतंत्र बचाओ' आंदोलन के रूप में पेश कर रहा है, जिसका मकसद मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा करना और स्वच्छ मतदाता सूची सुनिश्चित करना है।
यात्रा में शामिल राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी इस मुद्दे पर जोर देते हुए कहा कि कोई भी मतदाता अपने अधिकारों से वंचित नहीं होना चाहिए। उन्होंने बिहार की जनता से इस यात्रा में भारी संख्या में शामिल होने की अपील की है।
वहीं, भाजपा ने राहुल गांधी की इस यात्रा को राजनीतिक स्टंट करार दिया है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इसे 'कंस की राह' बताया, जबकि सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि राहुल गांधी झूठ की बुनियाद पर कहानी गढ़ रहे हैं। भाजपा का दावा है कि यह यात्रा विपक्ष की खोई हुई सियासी जमीन को वापस पाने की कोशिश मात्र है।
राहुल गांधी की इस यात्रा में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी, और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव जैसे प्रमुख नेता भी अलग-अलग चरणों में शामिल होंगे। यह यात्रा न केवल मतदाता जागरूकता को बढ़ाने का प्रयास है, बल्कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले विपक्षी गठबंधन की एकजुटता को प्रदर्शित करने की रणनीति का हिस्सा भी मानी जा रही है।
Published on:
24 Aug 2025 04:04 pm
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