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Lok sabha elections 2024: बेरोजगार युवाओं पर कांग्रेस की नजर, चुनावी घोषणापत्र में रोजगार का अधिकर देने का वादा

Lok sabha elections 2024: कांग्रेस के वादों ने हाल ही में कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में पार्टी को सत्ता में लाने में मदद की। लोकसभा चुनावों से पहले देश के युवाओं को लुभाने की कोशिश करते हुए कांग्रेस उन्हें 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए अपने चुनावी वादे के तहत रोजगार का अधिकार प्रदान करेगी।

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rahul gandhi and mallikarjun kharge

राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे

Lok Sabha Elections 2024 लोकसभा चुनावों से पहले देश के युवाओं को लुभाने की कोशिश करते हुए कांग्रेस उन्हें 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए अपने चुनावी वादे के तहत रोजगार का अधिकार प्रदान करेगी। इसके अलावा परीक्षाओं में सेंध लगाने संबधी कागजी कार्रवाई के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा देने पर भी विचार करेगी। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा मध्य प्रदेश के बदनावर में एक सार्वजनिक रैली के दौरान 'रोजगार के अधिकार' पर एक घोषणा करने की संभावना है। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी दोनों मौजूद रहेंगे।

युवाओं के लिए क्या है खास

पार्टी के शीर्ष सूत्रों ने कहा कि ये वादे कांग्रेस के घोषणापत्र का हिस्सा होंगे। इसे कांग्रेस कार्य समिति की मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है। यह पहली बार है कि देश के युवाओं को 'रोजगार का अधिकार' देने की ऐसी योजना दी जाएगी। साथ ही युवाओं को कुछ भत्ते की पेशकश भी की जा सकती है। पार्टी देश में पेपर लीक के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कानून और सजा का प्रावधान करेगी और अपने घोषणापत्र में सरकारी भर्तियों में पारदर्शिता लाने के उपाय सुझाएगी। राहुल गांधी की ओर से 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के दौरान उत्तर प्रदेश जैसे कुछ मामलों में बार-बार पेपर लीक होने और उसके बाद परीक्षा रद्द होने से पीड़ित लाखों छात्रों की दुर्दशा पर ध्यान केंद्रित करने के बाद ये कदम उठाए गए हैं।

कांग्रेस के वादों का चुनाव पर असर

कांग्रेस कुछ कल्याणकारी उपायों पर जोर दे सकती है। पार्टी न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी गारंटी देने और सरकारी रिक्तियों को भरने के लिए देश में जाति-आधारित जनगणना का वादा करने पर भी ध्यान केंद्रित करेगी। इसमें समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्गों को वित्तीय सहायता प्रदान करना और यह सुनिश्चित करना कि उन्हें न्याय मिले और राज्य कल्याण उपायों का हिस्सा बनें के मुद्दे अहम हैं। कांग्रेस के वादों ने हाल ही में कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में पार्टी को सत्ता में लाने में मदद की। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी.चिदंबरम की अध्यक्षता में मल्लिकार्जुन खड़गे वाली कांग्रेस घोषणापत्र समिति की कल शाम पांच घंटे की बैठक में लोकसभा चुनाव के लिए घोषणापत्र को अंतिम रूप देने के लिए यहां बैठक हुई।

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