
Ashok Gehlot vs PM Modi: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को मतदान होगा। हमेशा की तरह इस बार भी मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है। हालांकि कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला भी संभव है। कांग्रेस को अपनी सात गारंटियों पर भरोसा है जिसे वह चुनाव से कुछ दिन पहले ही अपने घोषणापत्र में लेकर आई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले कुछ महीनों से कल्याणकारी योजनाओं की झड़ी लगा रखी है। इसके जवाब में भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्मे और हर पांच साल पर सरकार बदलने की रिवाज पर भरोसा कर रही है। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की गारंटियों के जवाब में 'मोदी की गारंटी' का नया नारा बुलंद किया है। शनिवार को जब मतदाता वोट डाल रहे होंगे तो उनके मन में कांग्रेस की गारंटी बनाम मोदी की गारंटी के बीच कशमकश होगा। तीन दिसंबर को मतगणना के बाद पता चलेगा कि मतदाताओं ने कांग्रेस की गारंटी पर भरोसा किया या मोदी की गारंटी पर।
एक ही चरण में पूरे राज्य में होगी वोटिंग संपन्न
राजस्थान में इस बार पांच करोड़ 26 लाख 90 हजार 146 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। मतदान शनिवार को सुबह सात से शाम छह बजे तक कराया जाएगा। इस चुनाव में विधानसभा की 200 सीटों में 199 सीटों के लिए 1860 से अधिक उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे हैं। गंगानगर जिले में करणपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी एवं विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण करणपुर सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया। पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों के तीसरे चरण में शनिवार को वोटिंग होगी। इससे पहले, दो चरणों में छत्तीसगढ़, मिजोरम और मध्यप्रदेश में मतदान हो चुका है। तेलंगाना में 30 नवंबर को वोटिंग होगी।
दिग्गजों की किस्मत का होगा फैसला
- कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अपना भाग्य आजमा रहे हैं।
- भाजपा से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष डा सतीश पूनिया, सांसद दीया कुमारी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, बाबा बालकनाथ, किरोड़ी लाल मीणा ने ताल ठोक रखी है।
- कांग्रेस ने लगभग सौ मौजूदा विधायकों को फिर से चुनाव मैदान में उतारा हैं। भाजपा ने करीब 60 मौजूदा विधायकों को फिर से चुनाव लड़ने का मौका दिया है।
- कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोपा, आप, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम), माकपा, भारत आदिवासी पार्टी, जेजेपी, भारतीय ट्राइबल पार्टी सहित करीब 80 पार्टियों के प्रत्याशी और करीब 730 निर्दलीय मैदान में हैं।
- रालोपा के संयोजक एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी खींवसर से चुनाव लड़ रहे हैं। रालोपा ने चन्द्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के साथ मिलकर 124 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं।
- भाजपा 199 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि कांग्रेस 198 पर। कांग्रेस ने एक सीट भरतपुर को अपने सहयोगी रालोद के लिए छोड़ी है जहां से रालोद के प्रत्याशी एवं मंत्री सुभाष गर्ग चुनाव मैदान में हैं।
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Published on:
25 Nov 2023 06:55 am
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